मुरादाबाद में हनुमान वाटिका के बाद अब दीपावली तक तैयार होगा 'राम पथ'... बनेगी 51 फीट की श्रीराम प्रतिमा
मुरादाबाद के गुलाबबाड़ी परिसर में नगर निगम द्वारा 'मर्यादा पुरुषोत्तम पथ प्रदर्शिका' का निर्माण किया जाएगा, जहां भगवान श्रीराम के जीवन प्रसंग 40 चित्रात्मक पैनलों और 51 फीट ऊंची प्रतिमा के माध्यम से दर्शाए जाएंगे.
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Moradabad News: मुरादाबाद के शहरवासियों के लिए एक और अच्छी खबर सामने आई है. हनुमान वाटिका की अपार सफलता के बाद अब नगर निगम मुरादाबाद एक और अनूठा धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल तैयार करने जा रहा है. आपको बता दें कि रामपुर रोड स्थित गुलाबबाड़ी परिसर में "मर्यादा पुरुषोत्तम पथ प्रदर्शिका" का निर्माण किया जाएगा, जिसमें भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रसंगों को कलात्मक रूप में दर्शाया जाएगा. इस प्रदर्शिका को शहर का नया धार्मिक पर्यटन केंद्र बनाने की योजना है.
भगवान राम के जीवन का पूरा चित्रण
गुलाबबाड़ी परिसर में प्रस्तावित “मर्यादा पुरुषोत्तम पथ प्रदर्शिका” में भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी प्रमुख घटनाओं का भव्य चित्रण किया जाएगा. इसके लिए 125 मीटर लंबी दीवार पर 3x3 फीट आकार के कुल 40 चित्रात्मक पैनल लगाए जाएंगे. इन पैनलों पर श्रीराम के जीवन की विभिन्न घटनाएं जैसे जन्म, शिक्षा, विवाह, वनवास और अन्य ऐतिहासिक प्रसंग कलात्मक रूप में दर्शाए जाएंगे. इनमें भगवान श्रीराम का जन्म और बाल्यकाल, गुरुकुल में शिक्षा और शिव भक्ति, अहिल्या उद्धार, जनकपुरी में माता सीता से पहली भेंट, परशुराम-लक्ष्मण संवाद, सीता स्वयंवर, अयोध्या से वनवास प्रस्थान, निषादराज से भेंट और महर्षि भारद्वाज आश्रम में प्रवास जैसे प्रसंग शामिल होंगे. नगर निगम का कहना है कि इस प्रदर्शनी को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि दर्शकों को यह अनुभव हो सके कि वे संपूर्ण रामायण का सजीव और क्रमिक दर्शन कर रहे हैं.
51 फीट की भव्य श्रीराम प्रतिमा
इस परियोजना का सबसे बड़ा आकर्षण होगा 51 फीट ऊंचा भगवान श्रीराम का भव्य प्रतिमा जो इन पैनलों के बीचों-बीच स्थापित की जाएगी. खास बात यह है कि इस प्रतिमा का निर्माण मुरादाबाद के ही कुशल मूर्तिकार करेंगे. यह प्रतिमा न केवल श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनेगी, बल्कि शहर की पहचान में भी एक नया अध्याय जोड़ेगी.
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धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने बताया कि यह प्रदर्शनी न केवल शहरवासियों के लिए एक भक्ति स्थल बनेगी, बल्कि मुरादाबाद को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के क्षेत्र में भी नई पहचान दिलाएगी. उन्होंने कहा कि हनुमान वाटिका की तरह यह स्थल भी लोगों को आध्यात्मिक ऊर्जा देने वाला स्थान बनेगा. नगर निगम ने इसे दीपावली 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है.
स्थानीय कला और संस्कृति को मिलेगा समर्थन
गौरतलब है कि इस परियोजना में स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा का भरपूर उपयोग किया जाएगा. इससे न केवल शहर की सांस्कृतिक विरासत को संजोया जाएगा, बल्कि स्थानीय शिल्पकारों को रोजगार और पहचान भी मिलेगी.
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