लखनऊ: CBI कोर्ट ने डिप्टी सीएमओ वाईएस सचान की मौत मानी हत्या, पत्नी ने ये सब बताया

सत्यम मिश्रा

लखनऊ के पूर्व डिप्टी सीएमओ और एनएचआरएम घोटाले के आरोपी वाईएस सचान की 2011 में जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला एक…

ADVERTISEMENT

UP Tak
social share
google news

लखनऊ के पूर्व डिप्टी सीएमओ और एनएचआरएम घोटाले के आरोपी वाईएस सचान की 2011 में जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ता नजर आ रहा है. CBI की विशेष अदालत ने सबूतों के आधार पर मौत को प्रथम दृष्टया हत्या और साजिश का मामला माना है. साथ ही इस प्रकरण में तत्कालीन डीजीपी करमवीर सिंह, एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस वीके गुप्ता, आईजी जोन लखनऊ सुभाष और इनके अलावा तत्कालीन जेलर, डिप्टी जेलर, जेल वॉर्डन के दो रक्षा बंदी को आगामी 8 अगस्त को तलब किया गया है. इस बीच यूपी तक ने वाईएस सचान की पत्नी मालती सचान से खास बातचीत की है. मालती सचान ने कहा है कि अगर योगी सरकार में उनको न्याय नहीं मिलेगा तो फिर किसी भी सरकार में न्याय नहीं मिल पाएगा.

मालोती सचान ने बताया कि जब उनके पति की मौत हुई, उस वक्त प्रदेश में मायावती की सरकार थी और फिर उसके बाद अखिलेश यादव की सरकार आई. मगर उनको न्याय नहीं मिला, जबकि अखिलेश यादव ने कई बार घर आकर मुलाकात भी की. साथ ही मुलायम सिंह यादव से भी न्याय को लेकर वार्ता हुई. यूपी तक को मालती सचान ने आगे बताते हुए कहा कि ऐसे में उनको उम्मीद है कि योगी सरकार में उन्हें न्याय मिलेगा. मालती सचान कहती हैं कि उनके पति से जुड़े मामले में कोई चाहे जितना भी बड़ा अधिकारी या राजनेता शामिल हो, लेकिन उनको न्याय मिलना चाहिए क्योंकि पद अपनी जगह है और क्राइम अपनी जगह.

मालती सचान 2011 में हुई घटना को याद करते हुए बताती हैं कि 20 जून की तारीख थी और कोर्ट में डेट लगी हुई थी. इसी के चलते वह अपने पति से मिलने वहां गई थीं. उस वक्त वह ठीक थे और उसके बाद खबर आती है कि उन्होंने सुसाइड कर लिया. उन्होंने कहा कि जब कोई सुसाइड करने वाला होता है, तो उसके चेहरे पर शिकन या डिप्रेशन दिखाई पड़ता है, लेकिन उनके साथ ऐसा कुछ भी नहीं था. साथ ही अगर वह डिप्रेशन में होते तो वह परिवार वालों से शेयर करते, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं बताया.

वाईएस सचान की पत्नी के मुताबिक,

“22 तारीख की रात को एक अखबार के पत्रकार का फोन आया और उन्होंने कहा कि क्या आपको समाचार मिला, तो मेरा जवाब था नहीं. इसके बाद मैंने टीवी खोला और तब जाकर मुझे पता चला है कि ऐसी घटना मेरे पति के साथ हो गई है. जबकि जेल अथॉरिटी की तरफ से मुझे कोई सूचना उस वक्त नहीं दी गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मृत्यु का समय सुबह 10:30 का था. पूरा दिन बीत गया लेकिन मुझे इसकी सूचना नहीं दी गई.”

मालती सचान

यह भी पढ़ें...

डिप्टी सीएमओ की पत्नी ने यूपी तक को बताया कि घटना के बाद उनके ब्रदर इन लॉ और परिजन जेल गए. साथी उस समय जब जुडिशल इंक्वायरी हुई, तो उस समय के जज राजेश उपाध्याय ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जब जेल में उनकी मृत्यु हुई तो डेड बॉडी शौचालय कमोड के ऊपर बैठी मुद्रा में थी और बेल्ट का फंदा उनके गले में पड़ा था, जो खिड़की से बंधा हुआ था.

मालती सचान ने बातचीत में बताया कि अगर कोई व्यक्ति कमोड पर बैठा है और बेल्ट खिड़की से बंधी हुई है और गले में है तो ऐसी स्थिति में सुसाइड नहीं हो सकता और ऐसे में एक बार फिर हमें न्याय की किरण दिखाई पड़ी है.

मालती बताती हैं कि अगर उन्हें सीबीआई कोर्ट से राहत नहीं मिलती है, तो फिर वह ऊपरी अदालत का दरवाजा भी खटखटा सकती हैं. मालती सचान ने कहा, “जिन लोगों ने पति की ‘हत्या’ की है, वो वही लोग होंगे जिन्होंने एनएचआरएम मामले में घोटाला किया होगा. उन्होंने अपने आप को बचाने के लिए दूसरे के परिवार को उजाड़ दिया और हत्या कर दी. क्योंकि मेरे पति उस वक्त कार्यवाहक सीएमओ थे और उनको पता था कि घोटाले में कौन-कौन लोग शामिल हैं.”

लखनऊ में पालतू पिटबुल ने रिटायर्ड महिला टीचर को चीर-फाड़ डाला, गई जान, बेटे ने पाला था

    follow whatsapp