लखनऊ के मोहनलालगंज स्थित सिसेंडी गांव में बने प्राथमिक विद्यालय में छात्रा को बंद करने का मामला सामने आया है. स्कूल में पढ़ाई के बाद जब छुट्टी हुई तो एक मासूम छात्रा क्लासरूम में ही बंद रह गई और जब राहगीर वहां से गुजर रहे थे तो उन्होंने बच्ची की रोने की आवाज सुनाई पड़ी, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया.
दरअसल, बताया जा रहा है कि जब प्राथमिक विद्यालय की छुट्टी हुई तो सभी बच्चे स्कूल के कमरे से निकलकर जाने लगे, लेकिन छात्रा महक वहीं कमरे में ही के पढ़ते-पढ़ते सो गई थी और तभी प्रधानाध्यापिका प्रमिला अवस्थी आईं और बिना देखें और निरीक्षण किए कमरे का रूम का दरवाजा उन्होंने आगे से बंद कर दिया और फिर वह चली गई. जिसके बाद छोटी बच्ची क्लासरूम में ही घंटे बंद रही.
वहीं, मासूम छात्रा की मां नीतू ने बताया कि उसकी बच्ची क्लासरूम में सो गई थी और फिर टीचर ने उसे छुट्टी के बाद लापरवाही के चलते क्लासरूम लॉक करके चली गई.
बच्ची की मां ने बताया कि वह बकरी चराने गई थी वहीं पर एक व्यक्ति ने बताया कि आपकी बेटी क्लासरूम में बंद है और रो-रो कर बेहोश हो गई थी. छात्रा की मां ने आगे बताया कि गांव के प्रधान मौके पर गए थे और तब मेरी बेटी निकली. ऐसे में मैं टीचर से पूछना चाहती हूं कि वो मेरी बेटी को क्यों बंद करके चली गई थी.
वहीं, मामला जब तूल पकड़ा तो लखनऊ के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापिका को लापरवाही बरतने के चलते निलंबित कर दिया. बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापिका को दायित्वों का निर्वहन न करने के कारण स्कूल के सभी बच्चों की सुरक्षा में लापरवाही बरतने, स्कूल में अध्ययनरत बच्चों के आने-जाने का निरीक्षण न करने के साथ ही स्कूल में पढ़ाई के बाद छात्रा को कमरे में छोड़ कर जाना बेसिक शिक्षा विभाग की छवि धूमिल करता है, जिसके चलते उन्हें निलंबित किया गया है.