रामचरितमानस को लेकर लखनऊ में बढ़ा विवाद, अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने जलाई प्रतियां
Lucknow News: रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित…
ADVERTISEMENT

Lucknow News: रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियां जलाई गई है. मिली जानकारी के मुताबिक, अखिल भारतीय ओबीसी महासभा नाम के संगठन ने रामचरितमानस की प्रतियां जलाई हैं. अखिल भारतीय ओबीसी महासभा समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतर गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थन किया है. इस दौरान ओबीसी महासभा के सदस्यों ने रामचरितमानस को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है. बता दें कि लखनऊ के वृंदावन योजना में रामचरितमानस की प्रतियां जलाई गई हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था रामचरितमानस पर विवादित बयान
यह भी पढ़ें...
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर विवादित बयान देते हुए कहा था, ”रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर यदि समाज के किसी वर्ग का अपमान हुआ है तो वह निश्चित रूप से धर्म नहीं है. यह ‘अधर्म’ है, जो न केवल भाजपा बल्कि संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रहा है.” मौर्य ने आगे कहा था, ‘रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों में तेली और ‘कुम्हार’ जैसी जातियों के नामों का उल्लेख है जो इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाओं को आहत करती हैं.” उन्होंने मांग की कि पुस्तक के ऐसे हिस्से, पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, जो किसी की जाति या किसी चिह्न के आधार पर किसी का अपमान करते हैं.
अनूठी मिसाल! धर्म से मुस्लिम और 5 वक्त के नमाजी को है रामचरितमानस-गीता का कंठस्थ ज्ञान