लखनऊ के कुकरैल रिजर्व फॉरेस्ट में नाइट सफारी, प्ले स्टेशन, ओपन जिम... देखिए कैसे बदल रही इसकी तस्वीर
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का कुकरैल वन क्षेत्र अब केवल मगरमच्छों और घड़ियालों के लिए नहीं जाना जाएगा. यूपी ईको टूरिज्म बोर्ड इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 2 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य कुकरैल मगरमच्छ, घड़ियाल और कछुआ अभ्यारण्य देखने आने वाले पर्यटकों के अनुभव को यादगार बनाना है.
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Kukrail Reserve Forest
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का कुकरैल वन क्षेत्र अब केवल मगरमच्छों और घड़ियालों के लिए नहीं जाना जाएगा. सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन के मुताबिक इस पूरे इलाके को एक विश्वस्तरीय ईको-टूरिज्म हब में तब्दील किया जा रहा है. यहां न सिर्फ देश की पहली नाइट सफारी का काम तेजी से चल रहा है बल्कि पर्यटकों के मनोरंजन और आराम के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं का जाल बिछाया जा रहा है.









