कानपुर हिंसा: विशाख अय्यर को क्यों बनाया गया 5 महीने बाद दोबारा DM? यहां जानिए

रंजय सिंह

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कानपुर बवाल के बाद मंगलवार को अचानक जिस तरह जिलाधिकारी नेहा शर्मा के ट्रांसफर ने लोगों को चौंकाया, उसी तरह से पांच महीने बाद फिर एक बार विशाख जी. अय्यर की डीएम के रूप में दोबारा पोस्टिंग ने भी शहरवासियों को अचरज में ला दिया. आपको बता दें कि विशाख जी. इससे पहले 23 सितंब,र 2021 को कानपुर के डीएम बने थे और 22 जनवरी 2022 तक ही उनकी तैनाती रही.

इसके बाद विशाख जी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष सचिव बने. अब वहां से दोबारा उन्हें कानपुर का डीएम बनाकर भेजे जाना, इस बात का संदेश देता है कि शासन को उनसे कड़े एक्शन की अपेक्षा है. यह भी माना जा रहा है कि अब बवाल वाले इलाके में अवैध बिल्डिंगों और जमीनों पर एक्शन देखने को भी मिल सकता है.

कौन हैं विशाख जी अय्यर?

विशाख जी. अय्यर मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं. वह 2011 बैच के आईएएस अफसर हैं. ईमानदार छवि के माने जाने वाले विशाख जी. वाराणसी, फरुखाबाद, मेरठ के सीडीओ रह चुके हैं. साथ ही चित्रकूट, हमीरपुर और कानपुर में वह जिलाधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. अय्यर की पत्नी अपूर्व दूबे फतेहपुर की डीएम हैं.

आम मरीज बनकर अस्पताल पहुंचे थे अय्यर

गौरतलब है कि कि इससे पहले जब अय्यर कानपुर के डीएम थे, तब वह एक बार जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए आम मरीज बनकर पहुंचे थे. इस दौरान वह काफी देर तक लाइन में खड़े रहे थे और अस्पताल की व्यवस्था का खुद अपनी आंखों से दीदार करने के बाद उन्होंने एक्शन भी लिया था.

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आपको बता दें कि 8 जून, बुधवार को उन्होंने अपना चार्ज ले लिया है. माना जा रहा है कि सीएम के विशेष सचिव के रूप तैनाती से उन्हें कनपुर बवाल में एक कड़े और प्रभावी एक्शन का भार सौंपकर ही भेजा गया है.

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