मनीष गुप्ता केस: होटल पहुंची कानपुर SIT, सीन रीक्रिएशन समेत इन एंगल से शुरू हुई जांच
कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में कानपुर एसआईटी ने गोरखपुर पहुंचकर अपनी जांच शुरू कर दी है.…
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कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में कानपुर एसआईटी ने गोरखपुर पहुंचकर अपनी जांच शुरू कर दी है. उसने यहां 2 अक्टूबर को रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के कृष्णा पैलेस होटल के कमरा नंबर 512 में सीन रीक्रिएशन भी किया. बता दें कि घटना वाली रात होटल के इसी कमरे में अपने दो दोस्तों के साथ मनीष गुप्ता ठहरे हुए थे.
एसआईटी अपर पुलिस आयुक्त, कानपुर आनंद कुमार के नेतृत्व में गोरखपुर पहुंची है. टीम के सदस्यों में डीसीपी दक्षिण रवीना त्यागी और एडिशनल डीसीपी पश्चिम बृजेश कुमार श्रीवास्तव भी शामिल हैं.
2 अक्टूबर की जांच के बाद आनंद कुमार ने बताया, ”हमने इस जगह का परीक्षण-निरीक्षण किया है. हमारी टीम ने, हमारी फॉरेंसिक की टीम ने कमरे के अंदर, कमरे के बाहर, सीढ़ियों पर निरीक्षण किया.”
इसके अलावा उन्होंने बताया, ”यह जांच अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी. हमारी कोशिश होगी कि एक निष्पक्ष, पारदर्शी और न्यायसंगत जांच की जाए. हम सभी बिंदुओं पर जांच करेंगे.”
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बताया जा रहा है कि एसआईटी, चोटिल अवस्था में मनीष गुप्ता को जहां-जहां से होकर बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, उस रास्ते पर भी निरीक्षण करेगी और यह देखेगी कि होटल से बीआरडी पहुंचने में कितना वक्त लग रहा है. इस बीच एसआईटी मानसी हॉस्पिटल भी जा सकती है, जहां सबसे पहले मनीष गुप्ता को ले जाने की बात पुलिस ने बताई है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की संस्तुति करते हुए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा है. हालांकि, राज्य सरकार ने यह भी तय किया कि जब तक सीबीआई मामले की जांच को अपने हाथ में नहीं ले लेती तब तक जांच कानपुर में स्थानांतरित की जाएगी, जहां विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच करेगा.
सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात को होटल कृष्णा पैलेस में गोरखपुर पुलिस की दबिश के बाद मनीष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. मनीष के साथ होटल में रुके उनके दोस्त हरवीर ने बताया था कि देर रात पुलिसवालों ने दरवाजा खुलवाया और आईडी चेक करने लगे, मनीष ने देर रात की जांच पर सवाल उठाए, तो पुलिसवाले सामान तक चेक करने के बाद पीटने लगे थे.
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