गोरखपुर में बन रहा है हाईटेक नर्सरी, सस्ते दामों पर किसानों को मिलेंगे पेड़-पौधे

विनित पाण्डेय

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले और इसके आसपास के जिलों के किसानों को पेड़-पौधे उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार एक पहल करने जा रही है. राज्य सरकार गोरखपुर के बेलीपार में एक करोड़ रुपये की लागत से हाइटेक नर्सरी बनाने जा रही है. इस हाइटेक नर्सरी में पौधे रोपने के लिए जर्मनी से मशीनें खरीदी गई हैं, जो सब्जियों के बीज की बुआई से लेकर रोपण तक का काम करेंगी. इस हाइटेक नर्सरी में तैयार पौधों को सस्ते दाम पर उपलब्ध कराया जाएगा.

उद्यान विभाग के अनुसार तैयार नर्सरी से हर साल 12 से 16 लाख (औसतन 15 लाख) शाक-भाजी, फल, औषधीय आदि पौधों का उत्पादन किया जा सकेगा.

सस्ते दामों पर किसानों को मिलेंगे पौधे

नर्सरियों में नेट हाउस, सिंचाई सुविधा, हाईटेक ग्रीन हाउस आदि अवस्थापना सुविधाए रहेंगी. नर्सरी में तैयार पौधों की बिक्री स्थानीय स्तर पर इच्छुक किसानों, क्षेत्रीय स्तर पर कृषक उत्पादन संगठनों (एफपीओ) को किया जाएगा.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

उद्यान विभाग के अनुसार, नर्सरी सामुदायिक और व्यक्तिगत भूमि पर भी तैयार की जा सकती है. मनरेगा के तहत नर्सरी में स्वयं सहायता समूह, विलेज आर्गनाइजेशन और क्लस्टर लेवल फेडरेशन के सदस्यों के सामूहिक रूप से व्यवस्थित जमीन (विभाग के तय मानक के अनुसार) पर किया जाएगा. नर्सरी में पौध और उन्नतशील बीज उद्यान विभाग उपलब्ध कराएगा.

इस नर्सरी के लिए उद्यान विभाग के अनुसार, एक से चार हेक्टेयर का क्षेत्रफल जरूरी है. जिले में प्रस्तावित हाईटेक नर्सरी के लिए शासन से धन मिलने के बाद उद्यान विभाग ने बेलीपार में इसकी तैयारी शुरू कर दी है.

ADVERTISEMENT

इजराइली तकनीक से होगा रोपण

हाइटेक नर्सरी का निर्माण उद्यान विभाग की ओर से निर्धारित मानकों के अनुरूप इजराइली तकनीक के अनुसार किया जाएगा. नर्सरी का रख-रखाव राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के क्लस्टर लेवल फेडरेशन के माध्यम से होगा. इस योजना के तहत स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों और आसपास के क्षेत्रों में मांग के अनुसार फल जैसे-अनार, कटहल, नींबू, आम, अमरूद आदि फल और सब्जियों की पौध तैयार की जाएगी.

जिला उद्यान अधिकारी ने क्या कहा?

जिला उद्यान अधिकारी अरुण तिवारी ने बताया कि बेलीपार में हाईटेक नर्सरी के लिए भूमि चिह्नित की गई है. धन मिलने के बाद काम शुरू हो गया है. पौधों के रोपण और बीजों की बुआई के लिए जर्मनी निर्मित मशीनों को मंगवाया गया है. यहां से तैयार पौधों को किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा. इससे किसान अपने खेतों में सब्जी की पैदावर कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं.

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT