IndiGo से लेकर टाटा तक... कौन-कौन बना नोएडा एयरपोर्ट का भागीदार? पूरी टाइमलाइन यहां देखें
Noida Airport Update: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के निर्माण की पूरी टाइमलाइन देखें. जानें कैसे 2020 में एक समझौते से शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट, 2024 तक टाटा, इंडिगो जैसे बड़े साझेदारों के साथ मिलकर उड़ान भरने के लिए तैयार हो गया.
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Noida International Airport News: दिल्ली-एनसीआर के हवाई नक्शे पर एक नए सितारे के उदय की कहानी लिखी जा रही है. जिस नोएडा एयरपोर्ट को कभी सिर्फ एक घोषणा माना जाता था, वह अब उड़ान भरने की तैयारी में है. महज साढ़े तीन साल में यह विशाल परियोजना जमीन पर काफी हद तक उतर चुकी है. इसके हर एक कदम को प्लानिंग के तहत पूरा किया जा रहा है. यह सिर्फ एक एयरपोर्ट नहीं बल्कि आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का एक जीता-जागता उदाहरण है. आइए, जानते हैं नोएडा एयरपोर्ट के हवाई सपने को हकीकत बनाने का पूरा सफरनामा.
नोएडा एयरपोर्ट: कैसे तय हुआ मील का पत्थर वाला सफर?
यह कहानी 7 अक्टूबर 2020 को शुरू हुई, जब ज्युरिख इंटरनेशनल ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ रियायत समझौते (Concession Agreement) पर हस्ताक्षर किए. इसके बाद परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली.
नाम और पहचान: 18 दिसंबर 2020 को इसे आधिकारिक तौर पर 'नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट' नाम दिया गया और इसका लोगो सामने आया.
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पैसे की तैयारी: 8 मार्च 2021 को इंडिया रेटिंग्स ने इसे 'प्रोविजनल आईएनडी ए-' की रेटिंग दी, जिससे यह वित्तीय रूप से मजबूत हुआ. 4 जून 2021 को एसबीआई ने इसे क्रेडिट सैंक्शन दिया, जो परियोजना के लिए एक बड़ा मील का पत्थर था.
मास्टरप्लान को मंजूरी: 30 अगस्त 2021 को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को मास्टरप्लान के लिए अंतिम मंजूरी मिली, जिससे निर्माण का रास्ता साफ हो गया.
काम की शुरुआत: निर्माण के लिए सबसे बड़ी खबर 3 जून 2022 को आई जब टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) ठेकेदार के रूप में चुना गया.
पार्टनरशिप का दौर: इसके बाद एयरपोर्ट को पूरी तरह से ऑपरेशनल बनाने के लिए कई अहम साझेदारियां हुईं. 7 दिसंबर 2021 को ईंधन की व्यवस्था के लिए IOSL के साथ समझौता हुआ. 28 नवंबर 2022 को रोजेट होटल को एयरपोर्ट पर पहला होटल खोलने के लिए चुना गया. 16 मई 2023 को एमाडेयस को टेक्नोलॉजी पार्टनर बनाया गया, जो यात्रियों के डिजिटल अनुभव को बेहतर करेगा.
अंतिम पड़ाव: 27 सितंबर 2023 को एयरपोर्ट को DXN का आधिकारिक IATA कोड मिला. 24 नवंबर 2023 को इंडिगो ने एयरपोर्ट की पहली एयरलाइन बनने के लिए समझौता किया, जो सबसे बड़ी खबर थी. इसके बाद 20 फरवरी 2024 को बीपीसीएल को एटीएफ पाइपलाइन बनाने का काम मिला, जबकि 6 मार्च 2024 को टीएफएस को लाउंज और खान-पान की जिम्मेदारी दी गई. 12 अप्रैल 2024 को बर्ड ग्रुप को ग्राउंड हैंडलिंग सेवाओं के लिए चुना गया.
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