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ग्रेटर नोएडा के DPS में मासूम छात्रा के साथ किया गया था गंदा काम, अब कोर्ट ने दोषी के साथ स्कूल को भी नाप दिया

अरुण त्यागी

UP News: साल 2008 में ग्रेटर नोएडा के डीपीएस स्कूल में मासूम छात्रा के साथ गंदा काम किया गया था. स्कूल ने घटना को मानने से ही इनकार कर दिया था. अब इस मामले में कोर्ट का फैसला आया है.

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UP News: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, डीपीएस गामा-2 में साढ़े 3 साल की बच्ची के साथ गंदे काम को अंजाम दिया गया था. स्कूल के स्वीमिंग पूल के लाइफ गार्ड ने ही मासूम को अपना शिकार बनाया था. अब इस मामले में नोएडा जिला कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है. कोर्ट ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इसी के साथ कोर्ट ने डीपीएस सोसायटी के ऊपर भी 10 लाख का हर्जाना लगाया है. ये पैसा डीपीएस सोसायटी को पीड़ित परिवार को देना होगा.

कोर्ट ने साफ कहा है कि इस मामले में दिल्ली पब्लिक स्कूल की घोर लापरवाही रही है. इसी के साथ कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ भी 24 हजार का जुर्माना लगाया है. कोर्ट ने ये भी आदेश दिए हैं कि डीपीएस सोसायटी को 1 महीने के अंदर 10 लाख रुपये पीड़ित और उसके परिवार को देने होंगे. ये पैसा जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) के माध्यम से पीड़ित परिवार को देना होगा.  

डीपीएस ने पहले घटना को ही नकारा था

मिली जानकारी के मुताबिक, 12 जुलाई 2018 को गामा-2 ग्रेटर नोएडा स्थित डीपीएस में नर्सरी की छात्रा रोजाना की तरह स्कूल गई. यहां स्कूल के स्वीमिंग पूल के लाइफ गार्ड चंडीदास ने छात्रा को स्विमिंग सिखाने के दौरान उसे अपना शिकार बनाया. जब बच्ची स्कूल से घर लौटी तो उसने अपनी मां से दर्द की शिकायत की. परिजनों ने बच्ची की दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में दिखाया. फिर सारी कहानी सामने आई.

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घटना को लेकर बच्ची के पिता ने कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये थी कि पहले डीपीएस स्कूल प्रबंधन ने इस घटना को ही नकार दिया था. मगर जब पुलिस ने मामले की जांच की और सीसीटीवी कैमरे खंगाले, तब सब सामने आ गया.

सालों चला केस और अब हुआ इंसाफ

बता दें कि करीब 8 साल तक कोर्ट में केस चला. 12 लोगों की गवाही हुई. अब कोर्ट ने आरोपी को दोषी मानते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई.

शिक्षिका ने भी मासूम को चुप करने की कोशिश की थी

पीड़िता ने अपने गवाही के दौरान बताया था कि घटना के बाद उसने स्कूल छोड़ दिया था. घटना स्विमिंग पूल के पास पिलर के पीछे हुई. जिस व्यक्ति ने यह कृत्य किया वह स्विमिंग पूल वाले अंकल थे. इस घटना के बारे में उसने अपनी शिक्षिका को भी बताया था. मगर शिक्षिका ने उसे चुप बैठने को कहा था. 

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