राम मंदिर के पुजारी बने मोहित पांडे की पूरी कहानी आई सामने, कहां से की पढ़ाई, क्या-क्या किया?
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है. बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए 22 जनवरी 2024 का दिन चुना गया है.
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Ayodhya Ram Mandir News: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है. बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए 22 जनवरी 2024 का दिन चुना गया है. राम मंदिर के लिए 50 पुजारी चयनित किए गए हैं. इनमें गाजियाबाद के दूधेश्वर वेद विद्यापीठ के विद्यार्थी मोहित पांडे को मुख्य पुजारी के रूप में चुना गया है.
गाजियाबाद के मोहित बनेंगे राम मंदिर के मुख्य पुजारी
पुजारी के रूप में चुने गए मोहित पांडे ने गाजियाबाद के दूधेश्वर वेद विद्यापीठ में सात साल तक अध्ययन किया. फिर तिरुपति स्थित तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से संबद्ध श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय से स्नातक कर शास्त्री की उपाधि हासिल की. इसके बाद 2023 में मोहित पांडे ने सामवेद का अध्ययन करते हुए मास्टर डिग्री हासिल की. वह रामानंदीय परंपरा के विद्वान भी हैं और उन्हें वेद, शास्त्र और संस्कृत में विशेषज्ञता भी प्राप्त है.
आपको बता दें कि मंदिर में भगवान राम की सेवा के लिए पुजारियों की नियुक्ति होनी थी. इसके लिए देश भर से 3000 वेदार्थियों और पुजारियों का इंटरव्यू लिया गया. 30 वर्ष तक के विद्यार्थी इसमें हिस्सा ले सकते थे और इंटरव्यू के बाद उनका चयन राम मंदिर के पुजारी के रूप में किया गया.
कितने दिनों की होगी ट्रेनिंग?
बता दें कि मोहित पांडे समेत सभी चयनित अभ्यर्थियों को पहले 6 माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके बाद उन्हें भगवान राम की सेवा में नियुक्त किया जाएगा. वहीं, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि, ‘मोहित पांडे का चयन राम मंदिर के पुजारी के रूप में होना, विद्यापीठ व गाजियाबाद ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश व देश के लिए भी गर्व का विषय है. भगवान दूधेश्वर की कृपा से ही श्री दूधेश्वर वेद विद्या पीठ के विद्यार्थी का चयन उनके ईष्ट भगवान राम की सेवा के लिए हुआ.’
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