बाबरी मस्जिद के गुंबद के नीचे रामलला के वस्त्र सिलते थे पिता, अब बेटा निभा रहा परंपरा, जानें

बनबीर सिंह

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Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी 2024 की तारीख भारतीय इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो जाएगी. इस दिन अयोध्या में राम मंदिर मंदिर का उद्धाटन होने जा रहा है. इस उत्सव के लिए अयोध्या को पूरी तरह से सजाया जा रहा है. इसी के साथ रामलला को सजाने के लिए वस्त्र भी तैयार किए जा रहे हैं. आज हम आपको उस परिवार से मिलवाने जा रहे हैं, जो पिछली कई पीढ़ियों से रामलला के वस्त्र तैयार कर रहा है. इस बार भी ये परिवार रामलला, राम दरबार और हनुमान जी के वस्त्र तैयार कर रहा है.

बता दें कि अयोध्या में रहने वाले शंकल लाल का परिवार भगवान श्रीराम के वस्त्र सिल रहा है. इस परिवार की पिछली तीन पीढ़ियों ने रामलला के वस्त्र सिलने का कार्य किया है. इस बार जब राम मंदिर बन गया है और प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने जा रहे हैं, ऐसे में इस बार भी ये परिवार ही रामलला के वस्त्र सिलने का कार्य कर रहा है.

1985 से सिलाई कर रहा है परिवार

राम लला के वस्त्र सिलने वाले शंकर लाल ने यूपीतक से खास बातचीत करते हुए बताया, साल 1985 में लाल दास जी पुजारी हुआ करते थे, उनके माध्यम से हमारे पिता भगवान के वस्त्र सिलते थे. पिता जी 2 मशीन लेकर उस समय रहे गुंबद के नीचे बैठ जाते थे. हम भी पिता जी के साथ वहां बैठकर कपड़े सिलते थे.  

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शंकर लाल ने आगे बताया, यह काम सन 1992 तक चला. ढांचा गिरने के बाद हमारे प्रभु टाट में आए तब भी हमारे पिताजी उनके वस्त्र सिलते थे. 1994 में हमारे पिताजी का निधन हो गया. इसके बाद से ये कार्य हम दोनों भाई कर रहे हैं.

 

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प्राण प्रतिष्ठा में इस रंग का वस्त्र पहनाया जाएगा

बता दें कि 22 जनवरी के दिन जब प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा, उस दिन भी राम लला को पीला वस्त्र धारण करवाया जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक, दिन के हिसाब से रामलला के वस्त्रों का रंग बदलता है.  

रविवार के दिन रामलला गुलाबी रंग का वस्त्र पहनते हैं तो वही सोमवार के दिन रामलला को सफेद रंग का वस्त्र पहनाया जाता है. इसी के साथ मंगलवार के दिन रामलला को लाल रंग,  बुधवार को हरे रंग तो वही गुरुवार के दिन पीले रंग का वस्त्र पहनाया जाता है. शुक्रवार और शनिवार के दिन राम लला को क्रीम और नीला वस्त्र धारण करवाया जाता है.

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