रामनवमी के दिन 12 बजे…अयोध्या राम मंदिर में रामलला की मूर्ति दिखेगी अद्भुत और दिव्य
चैत्र नवरात्र शुरू हो गए हैं. अब राम नवमी भी करीब है. इस बार रामनवमी पर कुछ ऐसा होने जा रहा है, जिसका इंतजार सभी को है. दरअसल 500 साल बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो चुका है.
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Ram Navami 2024: चैत्र नवरात्र शुरू हो गए हैं. अब राम नवमी भी करीब है. इस बार रामनवमी पर कुछ ऐसा होने जा रहा है, जिसका इंतजार सभी को है. दरअसल 500 साल बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो चुका है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी.
दरअसल इस रामनवमी अयोध्या के राम मंदिर में कुछ बहुत ही अद्भुत और अलग होने जा रहा है. दरअसल रामलला की मूर्ति को इस तरह से बनाया गया है, जिससे हर साल रामनवमी के दिन भगवान सूर्य स्वयं रामलला का अभिषेक कर सके.
दोपहर 12 बजे सूर्य की किरण रामलला का अभिषेक करेंगी
दरअसल राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इसको लेकर विस्तार से जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि प्रभु श्रीराम की मूर्ति को इस तरह से बनाया गया है कि हर साल रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे खुद भगवान सूर्य रामलला का अभिषेक करेंगे. 12 बजे सूर्य की किरण सीधे रामलला के ललाट पर पड़ेगी और वह रामलला का अभिषेक करेगी.
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वैज्ञानिकों ने दी थी सलाह
चंपत राय ने बताया था, रामलला की मूर्ति को ऐसा बनाया गया है, जिससे हर साल रामनवमी के मौके पर भगवान सूर्य स्वयं श्रीराम का अभिषेक करेंगे. उन्होंने बताया था कि देश के प्रसिद्ध अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की सलाह पर मूर्ति की लंबाई और उसे स्थापित करने की ऊंचाई को इस प्रकार से रखा गया है कि हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें प्रभु श्रीराम के ललाट पर पड़ेगी और रामलला का अभिषेक करेगीं.
रामलला की मूर्ति की है ये लंबाई
आपको बता दें कि रामलला की जिस मूर्ति का चुनाव किया गया था और जो मूर्ति राम मंदिर में स्थापित की गई थी, उसकी लंबाई 51 इंच की है. मूर्ति की पैर से लेकर ललाट तक की लंबाई 51 इंच है और मूर्ति का वजन डेढ़ टन हैं.
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