कभी धनंजय सिंह पर दर्ज थे 43 मुकदमे पर मौजूद वक्त में हैं 10, ये बात करती है हैरान!
बात अगर धनंजय सिंह के आपराधिक इतिहास की करें, तो मौजूदा समय में उनके ऊपर 10 मुकदमे दर्ज हैं. इन 10 मामलों में अकेले जौनपुर में ही धनंजय सिंह पर आठ मुकदमे दर्ज हैं...
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Dhananjay Singh News: बात अगर धनंजय सिंह के आपराधिक इतिहास की करें, तो मौजूदा समय में उनके ऊपर 10 मुकदमे दर्ज हैं. इन 10 मामलों में अकेले जौनपुर में ही धनंजय सिंह पर आठ मुकदमे दर्ज हैं. बाकी एक मुकदमा दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने का है और एक मुकदमा लखनऊ के विभूति खंड थाने का है, जो मामूली धाराओं में है. अब तक सिर्फ तीन मुकदमे में धनंजय सिंह पर चार्ज फ्रेम हो पाया है और गवाही चल रही है. बाकी 6 मामलों में पुलिस ने चार्जशीट जरूर दाखिल की है, लेकिन अभी अदालत में चार्ज फ्रेम नहीं हो पाए हैं. नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंह को धमकाने का यह पहला मामला होगा, जिसमें धनंजय सिंह को सजा होगी.
ताजा मामला- किडनैपिंग और रंगदारी, पहला केस जिसमें सजा हो रही है:
उत्तर प्रदेश की सियासत में बाहुबली धनंजय सिंह पर दर्ज केस की लंबी फेहरिस्त रही है, जो कम होते अब 10 तक पहुंची है. साल 2020 में जौनपुर के लाइन बाजार थाने में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर को धमकाने के मामले में अपहरण और रंगदारी वसूली का यह पहला मुकदमा है, जिसमें धनंजय सिंह को सजा मिलेगी.
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धनंजय कितने मामलों में बरी हुए?
धनंजय सिंह पर मुकदमे कई दर्ज हुए, लेकिन दो दर्जन मामलों में धनंजय सिंह को पुलिस ने बरी किया. तीन मुकदमे सरकार ने वापस लिए थे. कुछ मामलों में पुलिस ने ही धनंजय सिंह को बरी कर दिया और यह लिस्ट घटते-घटते 10 पर आ गई है. अब इसी लिस्ट के एक मुकदमे में धनंजय सिंह को सजा सुनाई जानी है.
नौकरानी की हत्या मामला क्या था?
एक मुकदमा दिल्ली के चाणक्यपुरी में उस समय का है, जब धनंजय सिंह की दूसरी पत्नी जागृति सिंह के आवास पर नौकरानी ने आत्महत्या कर ली थी. इसमें धनंजय सिंह पर सीसीटीवी के डीवीआर को हटाने और सूचना नहीं देने का आरोप लगा था. दिल्ली पुलिस ने धनंजय सिंह और उनकी दूसरी पत्नी जागृति से पूछताछ भी की थी. मौजूदा समय में इस मुकदमे में 6 जून 2015 को चार्ज फ्रेम हो चुके हैं. केस गवाही में चल रही है, फैसला आना बाकी है.
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अजीत सिंह हत्याकांड:
धनंजय सिंह पर एक मुकदमा लखनऊ में अजीत सिंह हत्याकांड के शूटर को पनाह देने और पुलिस को सूचना नहीं देने का दर्ज हुआ था. इसी मामले में लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह को आरोपी मान 50,000 का इनाम घोषित किया था. लखनऊ पुलिस से विवेचना एसटीएफ को दी गई और एसटीएफ ने धनंजय सिंह को पुलिस को सूचना नहीं देने का आरोपी मान चार्जशीट दाखिल की जिसका ट्रायल चल रहा है.
गैंगस्टर एक्ट मुकदमा:
धनंजय सिंह पर दर्ज 10 मुकदमों में एक जौनपुर के केराकत कोतवाली में दर्ज गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा भी है जिसमें 5 मार्च 2021 को चार्ज फ्रेम हो चुका है और केस गवाही में चल रहा है।
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जौनपुर में हत्या का केस:
जिस तीसरे मुकदमे में चार्ज फ्रेम हो चुका है. वह जौनपुर के केराकत कोतवाली में हत्या का मुकदमा है, जिसका 23 जुलाई 2019 को चार्ज फ्रेम हो चुका है. केस में सुनवाई चल रही है.
क्या होता चार्ज फ्रेम?
चार्ज फ्रेम का मतलब जब किसी मामले की एफआईआर दर्ज होती है. पुलिस विवेचना के आधार पर चार्जशीट दाखिल करती है. अदालत में पुलिस अपनी जांच में मिले जिन सबूत और गवाहों के आधार पर चार्जसीट लगाती है, उनको पेश करती है. बहस होती है. जब कोर्ट उनको मान लेती है, तब चार्ज फ्रेम होता है. यानी अदालत भी पुलिस की चार्जशीट से संतुष्ट होकर केस का ट्रायल शुरू करती है.
अन्य मामले जो चल रहे हैं:
धनंजय सिंह पर एक मुकदमा कोरोना काल में एपिडेमिक एक्ट के उल्लंघन पर जौनपुर के खुटहन कोतवाली में दर्ज है. जौनपुर की शहर कोतवाली में साल 2017 के चुनाव के दौरान धारा 144 के उल्लंघन का भी एक मुकदमा धनंजय सिंह पर दर्ज है, जिसमें चार्ज फ्रेम नहीं हुए हैं.
इसके अलावा, धनंजय सिंह पर खुटहन थाने में साल 17 में दो मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें अब तक चार्ज फ्रेम नहीं हो पाया है. दोनों ही मामलों में धनंजय सिंह पर हत्या का प्रयास-मारपीट-बलवा का आरोप लगा था.
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