कानपुर: PhD और बीटेक कर चुके युवक छापते थे नकली नोट, इंटरनेट से सीखा था तरीका, ऐसे खुला राज
Kanpur News: किसी ने सच ही कहा ज्ञान को अगर सही दिशा में लगाया जाए तो विद्वान बन जाता है और उसको गलत दिशा में…
ADVERTISEMENT
Kanpur News: किसी ने सच ही कहा ज्ञान को अगर सही दिशा में लगाया जाए तो विद्वान बन जाता है और उसको गलत दिशा में लगाया जाए तो अपराधी बनने में देर नहीं लगती. कानपुर में मंगलवार को पुलिस ने नकली नोटों को एक गैंग का पर्दाफाश किया तो यह कहावत सही साबित हुई. इस गैंग में पीएचडी और बीटेक छात्र नकली नोटों का कारोबार कर रहे थे. पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों समेत इनके पास से चार लाख 67 हजार के नकली नोट बरामद किए हैं. कानपुर की क्राइम ब्रांच और गोविंद नगर पुलिस ने आज इस गैंग के विमल सिंह सौरभ सिंह समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया.
पुलिस का कहना है कि गैंग का एक आरोपी बीटेक और दूसरा पीएचडी कर चुका है. इन दोनों ने नकली नोटों को तरीका इंटरनेट से सीखा था. पुलिस को दोनों के पास से इससे जुड़े वीडियो भी मिले हैं.
जानकारी के अनुसार, कानपुर की क्राइम ब्रांच और गोविंद नगर पुलिस ने नकली नोटों से जुड़े गैंग के विमल सिंह, सौरभ सिंह समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें विमल सिंह बीटेक और सौरभ पीएचडी कर चुका है. आरोप है कि ये दोनों अपने घर पर नकली नोट छाप रहे थे. पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपियों ने नकली नोट छापने का तरीका यूट्यूब से सीखा था. इसके बाद 100, 200 और 500 के नोट छापे. इस बारे में पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड का कहना है कि क्राइम ब्रांच और गोविंद नगर पुलिस ने मिलकर गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के तीन आरोपियों को पकड़ा है.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
पुलिस ने बताया कि एक आरोपी पीएचडी तो दूसरा बीटेक कर चुका है. दोनों के पास से 4 लाख 67 हजार के नकली नोट बरामद किए गए हैं. आरोपियों ने 2000 का कोई नोट नहीं छापा. यह सारा काम आरोपियों ने इंटरनेट से सीखा है. इस मामले से जुड़े दो वीडियो भी इनके पास से मिले हैं.
ADVERTISEMENT