आगरा के कारोबारी के बेटे का हुआ अपहरण, देखिए एक्सप्रेसवे पर कार की डिग्गी से कैसे हुआ बरामद

अरविंद शर्मा

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आगरा के कारोबारी के बेटे का हुआ अपहरण, देखिए एक्सप्रेसवे पर कार की डिग्गी से कैसे हुआ बरामद
आगरा के कारोबारी के बेटे का हुआ अपहरण, देखिए एक्सप्रेसवे पर कार की डिग्गी से कैसे हुआ बरामद
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Agra crime news: क्राइम की एक से एक हैरतअंगेज खबरें सामने आ रही हैं. ऐसा ही एक मामला आगरा से जुड़ा हुआ देखने को मिला है. आगरा के एक कारोबारी का 18 साल का बेटा फरीदाबाद से नोएडा के अपने घर के लिए तो चला, लेकिन अचानक रास्ते में गायब हो गया. जब लड़के को घर पहुंचने में देर हुई, तो घरवालों ने अपने हिसाब से तफ्तीश शुरू की. यूपी पुलिस ने दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे में गाड़ी की डिग्गी से कारोबारी के बेटे को इस अंदाज में बरामद किया, जिसके खूब चर्चे हैं. आइए आपको विस्तार से इस पूरे आपराधिक घटनाक्रम के बारे में बताते हैं.

दरअसल आगरा में 18 वर्षीय युवक के अपहरण की सुचना से हड़कंप मच गया. अपहरण हुए किशोर के रिश्तेदार पारस गुप्ता ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पारस गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उनका भांजा ईशांत अग्रवाल फरीदाबाद से नोएडा उनके घर आ रहा था. ईशांत अग्रवाल गाड़ी संख्या HR 51 CG 7143 से अपने ड्राइवर आकाश यादव के साथ आ रहा था. काफी समय गुजर जाने के बाद जब इशांत घर नहीं पहुंचा तो पारस गुप्ता को चिंता हुई.

गाड़ी का लोकेशन यूं हुआ ट्रैक

पारस गुप्ता ने पुलिस को जब सूचना दी, तो गाड़ी की फ़ास्टटैग लोकेशन के अनुसार वह मथुरा पार कर रही थी. यह सूचना खंदौली पुलिस को दी गई थी. पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी कर गाड़ियों की चेकिंग शुरू कर दी. चेकिंग के दौरान पुलिस ने गाड़ी को खंदौली टोल प्लाजा पर रोक लिया. हालांकि ड्राइवर ने कार की स्पीड बढ़ा कर भागने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया.

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डिग्गी से मिला युवक, पुलिस ने जब निकाला तो ऐसा था हाल

पुलिस ने गाड़ी को रोक लिया और तलाशी शुरू कर दी. तलाशी के दौरान ईशांत अग्रवाल को गाड़ी की डिग्गी से बरामद कर लिया गया. गाड़ी चला रहे ड्राइवर आकाश यादव और उसके साथी आशीष यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. आकाश मैनपुरी का रहने वाला है. दोनों आरोपियों के कब्जे से एक तमंचा और 315 बोर कारतूस भी बरामद हुआ.

एक करोड़ की फिरौती के लिए रची अपहरण की साजिश

पुलिस गिरफ्त में आने के बाद आकाश यादव और आशीष यादव से पूछताछ की गई. पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों ने यह कबूल किया कि वे एक करोड़ रुपए वसूलने के लिए ईशान का अपहरण कर मैनपुरी ले जा रहे थे. इशांत के पिता आशीष अग्रवाल का फरीदाबाद में फर्नीचर और इंटीरियर का व्यवसाय है और वे सैनिक कॉलोनी में रहते हैं. इशांत पुणे के एक कॉलेज से बीबीए कर रहा है. दशहरे की छुट्टियों में वह अपने घर आया हुआ था. इशांत दशहरे का टीका करने के लिए नोएडा और गाजियाबाद में रहने वाली अपनी चचेरी बहनों के पास जाने के लिए रवाना हुआ था.

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परिवार के लोग जब कभी बाहर जाते थे तब वह ड्राइवर आकाश यादव को बुलाते थे. इशांत ने जाने के लिए ड्राइवर आकाश यादव को ही बुलाया था. आकाश ने अपने साथी के साथ मिलकर इस अपहरण की घटना को अंजाम दे दिया. एसीपी एत्मादपुर सौरभ सिंह ने बताया कि पारस गुप्ता निवासी नोएडा ने थाना खंदौली को फोन कर यह सुचित किया कि उनका भांजा इशांत अग्रवाल उम्र 18 वर्ष पुत्र आशीष अग्रवाल निवासी सैनिक कॉलोनी, फरीदाबाद को उसके ड्राइवर आकाश यादव ने अपहरण कर लिया है. सूचना पर एसएचओ खंदौली नीरज मिश्रा और चौकी इंचार्ज आरपी सिंह ने टीम के साथ एक्सप्रेसवे टोल पर सघन चेकिंग शुरू कर दी.

तकरीबन 30 मिनट बाद गाड़ी नोएडा की ओर से आती हुई दिखाई दी. अपहरणकर्ताओं ने जब पुलिस को देखा तो उन्होंने गाड़ी को तेज कर दिया. पुलिस ने गाड़ी को रोका. उसकी डिग्गी खुलवाई, तो उसमें ईशांत अग्रवाल डरा सहमा लेकिन सकुशल पाया गया. पुलिस ने दोनों अपहरणकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.

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