कब्रिस्तान के बाहर नूर आलम ने रोकर सुनाई मुख्तार की दास्तां, आफताब ने कहा- गरीबों का मसीहा गया

आशीष श्रीवास्तव

बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की अचानक तबीयत बिगड़ने से हुई मौत ने हर किसी को हैरान कर दिया है. मुख्तार की मौत के बाद तरह तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं.

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बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की अचानक तबीयत बिगड़ने से हुई मौत ने हर किसी को हैरान कर दिया है. मुख्तार की मौत के बाद तरह तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं.

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Mukhtar Ansari News: बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की अचानक तबीयत बिगड़ने से हुई मौत ने हर किसी को हैरान कर दिया है. मुख्तार की मौत के बाद तरह तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं. इस बीच यूपी Tak ने मोहम्मदाबाद में उस कब्रिस्तान के बाहर मौजूद लोगों से बात की है, जहां मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. इस दौरान नूर आलम नामक शख्स मुख्तार को याद कर रोने लगा. उसने रोते हुए मुख्तार की पुरी दास्तां सुनाई. वहीं, आफताब नामक शख्स ने कहा मुख्तार को याद करते हुए कहा कि वह गरीबों का मसीहा था. ऊपर शेयर किए गए वीडियो में देखिए मुख्तार को लोगों ने कैसे याद किया.

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