कौन हैं संभल सीओ अनुज चौधरी, जिन्होंने होली-जुम्मे पर गजब बयान दिया और CM योगी ने समर्थन किया?

निष्ठा ब्रत

संभल जिले के सर्किल ऑफिसर (सीओ) और पूर्व चैंपियन पहलवान अनुज चौधरी अपने होली और ईद को लेकर दिए गए बयान के कारण पिछले कुछ समय से काफी चर्चा में हैं.

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UP News: संभल जिले के सर्किल ऑफिसर (सीओ) और पूर्व चैंपियन पहलवान अनुज चौधरी अपने होली और ईद को लेकर दिए गए बयान के कारण पिछले कुछ समय से काफी चर्चा में हैं. 6 मार्च को संभल कोतवाली पुलिस स्टेशन में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई थी. जिसका मकसद सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना था, क्योंकि इस वर्ष 14 मार्च को होली, रमजान की जुमे की नमाज के साथ पड़ रही है. 

क्या कहना था अनुज चौधरी का? 

अनुज चौधरी ने कहा था, 'रंगों का त्योहार साल में केवल एक बार आता है, जबकि जुमे की नमाज एक साल में 52 बार आती है, और इसलिए मैं अपने मुस्लिम भाइयों को सलाह देता हूं, कि जो सोचते हैं कि जुमे की नमाज के लिए जाते वक़्त उन पर रंग लगना अपवित्र होगा, उन्हें तब तक घर के अंदर रहना चाहिए जब तक कि सड़कों पर होली का जश्न खत्म न हो जाए.'

सीएम योगी ने कैसे किया समर्थन?

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में आए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अनुज का समर्थन करते हुए बड़ी बात कही. सीएम योगी का कहना था कि अनुज ने जो कुछ भी कहा वो सही है. उन्होंने आगे कहा कि 'हमें त्योहारों के दौरान एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. हर शुक्रवार को नमाज पढ़ी जाती है, लेकिन होली साल में सिर्फ़ एक बार आती है. नमाज़ में देरी की जा सकती है, और अगर कोई समय पर जुमे की नमाज़ अदा करना चाहता है, तो वह अपने घर में रहकर ऐसा कर सकता है. नमाज के लिए मस्जिद जाना अनिवार्य नहीं है.' इसके अलावा सीएम का ये भी कहना था कि अनुज ने शायद एक पहलवान के तौर पर बात की होगी. 

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कौन हैं अनुज चौधरी?

अनुज चौधरी संभल जिले के सर्किल ऑफिसर (सीओ) और पूर्व चैंपियन पहलवान हैं. अनुज चौधरी को लोग मजबूत कद काठी और एक बेधड़क अंदाज वाले पुलिस अफसर के रूप में जानते हैं. अनुज मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव से हैं और अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में देश का नाम रौशन कर चुके हैं. अनुज साल 1997 से लेकर साल  2014 तक कुश्ती में नेशनल चैंपियन रहे. इसके साथ ही अनुज ने नेशनल गेम्स में दो बार सिल्वर मेडल जीते हैं. पहली बार उन्होंने 2002 और दूसरी बार 2010 में ये मेडल्स जीते. इसके अलावा अनुज ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पदक जीते हैं. बता दें की उनके खाते में एशियाई चैंपियनशिप के दो कांस्य पदक हैं.
 

उनको ये पदक 2005 में वुहान में और उसके चार साल बाद पट्टाया में मिले थे. 2010 के नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में अनुज ने देश को रजत पदक जिताया था. उन्होंने साल 2004 एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. इसके बाद साल 2008 बीजिंग ओलंपिक के लिए वह क्वालीफाई करने में असफल रहे थे. इसके अलावा वह शेर-ए- हिंद, भारत कुमार, उत्तर प्रदेश केसरी और वीर अभिमन्यु खिताब भी जीते हैं.

अर्जुन अवार्ड से गया था नवाजा 

अनुज को साल 2001 में लक्ष्मण अवार्ड से नवाजा गया था. इसके बाद साल 2005 में उनको अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था. अनुज चौधरी स्पोर्ट्स कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए और साल 2012 में वह डिप्टी एसपी बनाए गए. अनुज चौधरी इस समय संभल में सीओ के पद पर कार्यरत हैं. 

आजम खान से हुई थी बड़ी बहस

जब अनुज चौधरी रामपुर में तैनात थे, तब उनकी सपा नेता आजम खान से तीखी बहस हुई थी, जिसका वीडियो भी काफी वायरल हुआ था. घटना तब हुई जब आजम खान मुरादाबाद के कमिश्नर से मिलने जा रहे थे और सीओ चौधरी ने कहा कि सिर्फ 27 लोग ही अंदर जाएंगे. इस पर आजम खान ने समाजवादियों का हवाला देते हुए सीएम अखिलेश यादव का एहसान जताया, तो अनुज चौधरी ने जवाब दिया कि अर्जुन अवार्ड किसी के एहसान से नहीं मिलता. 

संभल हिंसा के वक़्त लगी थी पैर में गोली 

संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान जब हिंसा हुई थी, तो वो घायल हुए थे और उनके पैर में गोली लगी थी. इसके बाद अनुज का एक बयान भी वायरल हुआ था, जिसमें उनका कहना था कि, "पुलिस को भी आत्मरक्षा का अधिकार है, हम मरने के लिए पुलिसबल में भर्ती नहीं हुए हैं."

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