10-20 महिलाओं का समूह, 1 बड़ा सपना! यूपी में अब ग्रामीण महिलाएं भी चलाएंगी अपना कारोबार, मिलेगी ये सहायता
UPSRLM News: उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) चला रही है. इस योजना के तहत महिलाएं स्वयं सहायता समूह बनाकर छोटे व्यवसाय शुरू करती हैं और बिना गारंटी लोन, प्रशिक्षण और मार्केट से जुड़ाव जैसी सुविधाएं प्राप्त करती हैं.
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UPSRLM News: उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. सरकार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) को सक्रिय रूप से संचालित कर रही है, जो केंद्र सरकार की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) योजना का हिस्सा है. इस पहल के तहत महिलाएं स्वयं सहायता समूह (SHG) बनाकर छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करती हैं. उन्हें प्रशिक्षण, बिना गारंटी ऋण और बाजार से जुड़ाव जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं. यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि उन्हें आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी मजबूती से आगे बढ़ा रही है.
क्या है ग्रामीण आजीविका मिशन?
यह मिशन केंद्र सरकार की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) का हिस्सा है. यूपी सरकार इसे प्रदेश के गांवों में लागू कर रही है ताकि गरीब और वंचित परिवार खासकर महिलाएं, छोटे-छोटे स्वयं सहायता समूह (SHG) बनाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें.
यह योजना कैसे काम करती है?
- गांवों के 10 से 20 महिलाओं को जोड़कर एक स्वयं सहायता समूह (SHG) बनाए जाते हैं.
- इन समूहों को बैंक से बिना गारंटी के ऋण (Loan) दिलवाया जाता है.
- महिलाएं इस पैसे से दूध उत्पादन, सब्जी की खेती, सिलाई-कढ़ाई, दुकान, हैंडिक्राफ्ट, आदि जैसे छोटे काम शुरू करती हैं.
- मिशन के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण, मार्केट से जुड़ाव, और छोटे व्यापार से संबंधित जानकारी दी जाती है.
किसे मिल सकता है योजना का लाभ?
उत्तर प्रदेश के गांवों में रहने वाली गरीब महिलाएं जो BPL (गरीबी रेखा से नीचे) या कमजोर आय वर्ग से आती हैं और कुछ नया सीखकर समूह में काम करने को तैयार हो उन्हें इस योजना का लाभ मिलता है.
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कितना फायदा मिल सकता है?
स्वयं सहायता समूह को शुरुआत में ₹15000 तक का रिवॉल्विंग फंड दिया जाता है. इसके बाद समूह को ₹1 लाख से लेकर ₹5 लाख तक का ब्याज मुक्त लोन मिल सकता है. कुछ विशेष योजनाओं में यह रकम बढ़ भी सकती है. इसके अलावा मिशन के तहत प्रशिक्षण, बाजार तक पहुंच, और बिजनेस करने की सलाह भी मुफ्त में दी जाती है.
योजना से जुड़ने के लिए क्या करें?
अपने गांव के ग्राम पंचायत कार्यालय, ब्लॉक मिशन कार्यालय या राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की वेबसाइट पर संपर्क करें. या फिर गांव में पहले से बने स्वयं सहायता समूह से जुड़ें या नया समूह बनाए.
(तक वेबसाइट्स के साथ इंटर्नशिप कर रहे उतपल कुमार ने यह खबर लिखी है.)