महाकुंभ भगदड़ में मौत का ये आंकड़ा अब बिहार से आया, CM नीतीश कुमार ने जिलेवार बताया कितनी जानें गईं

यूपी तक

Mahakumbh News:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया है कि महाकुंभ की भगदड़ में उनके प्रदेश से कितने लोगों की मौत हुई है. जानें उनका आंकड़ा.

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Mahakumbh News: प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ में बिहार के श्रद्धालुओं की भी मौत हुई है. यूपी सरकार ने मौनी अमावस्या के शाही स्नान की रात में हुई भगदड़ के बाद 30 लोगों की मौत और 60 लोगों के घायल होने का आंकड़ा जारी किया था. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया है कि महाकुंभ की भगदड़ में उनके प्रदेश से कितने लोगों की मौत हुई है. नीतीश कुमार के मुताबिक बिहार के 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. नीतीश कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी और मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने की घोषणा की. इसके अलावा, घायल श्रद्धालुओं को 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.

नीतीश कुमार ने दी जिलेवार जानकारी

सीएम नीतीश कुमार ने अपने पोस्ट में बताया कि महाकुंभ भगदड़ में बिहार के निम्नलिखित जिलों के लोग मारे गए:

  • गोपालगंज: 4 श्रद्धालु
  • औरंगाबाद: 2 श्रद्धालु
  • पटना: 1 श्रद्धालु
  • मुजफ्फरपुर: 1 श्रद्धालु
  • सुपौल: 1 श्रद्धालु
  • बांका: 1 श्रद्धालु
  • पश्चिम चंपारण: 1 श्रद्धालु

नीतीश कुमार ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.

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महाकुंभ में भगदड़ पर राजनीति भी गरमाई 

भगदड़ के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरा. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा,
"हमारे लिए आज बजट के आंकड़ों से ज्यादा जरूरी है महाकुंभ में जिन लोगों की जान गई है वह आंकड़े. जो आंकड़े बताए जा रहे हैं वह झूठे आंकड़े हैं." इस बयान से सरकार पर दबाव बढ़ गया है. विपक्षी दलों ने भगदड़ की उच्चस्तरीय जांच और मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की है.

संसद में भी उठा मुद्दा

महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा संसद में भी गूंजा. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के दौरान विपक्षी सांसदों ने इस पर हंगामा किया और सरकार से इस घटना पर बयान देने की मांग की. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया, हालांकि कुछ देर बाद वे वापस लौट आए. 

सरकार की सफाई और सुरक्षा उपाय

सरकार ने दावा किया है कि भगदड़ के कारणों की जांच की जा रही है और आगे की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं और प्रमुख मार्गों पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं.

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