ज्योति मौर्य ही नहीं, इन दो मामलों में भी कमांडेंट मनीष दुबे पाए गए दोषी, जांच में हुआ बड़ा खुलासा

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Jyoti Maurya Case: यूपी की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya) और उनके पति आलोक मौर्य (Alok Maurya) के बीच विवाद मामले में होमगार्ड कमांडेंट…

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Jyoti Maurya Case: यूपी की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya) और उनके पति आलोक मौर्य (Alok Maurya) के बीच विवाद मामले में होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे की मुश्किलें गई हैं. महोबा में होमगार्ड जिला कमांडेंट के पद पर तैनात मनीष दुबे विभागीय जांच में दोषी पाए गए हैं.

दरअसल, ज्योति मौर्य के कथित प्रेमी होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को विभाग की छवि को धूमिल करने का दोषी पाया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष दुबे के निलंबन की सिफारिश कर दी गई है.

जांच रिपोर्ट अब शासन को भेजी जाएगी. इसके बाद मनीष दुबे पर कार्रवाई तय होगी. डीआईजी संतोष सिंह ने अपनी जांच रिपोर्ट सोमवार देर रात करीब 10:00 डीजी होमगार्ड बीके मौर्या को सौंप दी है.

जांच रिपोर्ट में इन तीन मामलों का जिक्र

जांच में मनीष दुबे के तीन मामलों का जिक्र किया गया है. पहला पीसीएस ज्योति मौर्या के साथ उनके संबंध और जिसकी वजह से विभाग की धूमिल हुई छवि है. दूसरा मामला अमरोहा जिले का है. बताया जा रहा है कि मनीष दुबे के खिलाफ अमरोहा में एक महिला होमगार्ड ने गंभीर आरोप लगाया था. आरोप है कि कमांडेंट मनीष दुबे महिला होमगार्ड को अकेले में मिलने के लिए बुलाते हैं और जब महिला होमगार्ड मिलने नहीं गई तो उसकी ड्यूटी पर रोक लगा दी गई. महिला होमगार्ड ने इस मामले की शिकायत डीजी होम से भी की थी.

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वहीं, जांच रिपोर्ट में तीसरी शिकायत मनीष दुबे की पत्नी का भी जिक्र किया गया है, जिसमें मनीष दुबे की पत्नी ने जांच के दौरान लिखित बयान देकर आरोप लगाया कि शादी के बाद मनीष दुबे अब उससे 80 लाख रुपये दहेज मांग रहे हैं.

मनीष दुबे को निलंबित करने की सिफारिश

जांच में होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को उत्तर प्रदेश राजपत्रित अधिकारी सेवा नियमावली के तहत विभाग की छवि धूमिल करने का दोषी पाया गया है. चरित्र संदिग्ध बताया गया है, जिसके आधार पर मनीष दुबे को निलंबित करने की सिफारिश की गई है. अब शासन जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष दुबे पर कार्रवाई तय करेगा, लेकिन माना जा रहा है कि शासन मनीष दुबे को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के आदेश देगा.

ज्योति मौर्य ने बयान देने से किया इनकार

बता दें कि इस मामले में जांच के दौरान पहले पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य को तलब किया गया तो उन्होंने कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया. मगर बाद में डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह को लिखित बयान देते हुए उन्होंने कहा कि उनके पति आलोक मौर्य से उनका विवाद चल रहा है, जिसकी उन्होंने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी है. मामला कोर्ट में लंबित है उनको जो कुछ कहना होगा कोर्ट में कहेंगी.

मनीष दुबे पर पत्नी से दहेज मांगने का आरोप

वहीं दूसरी तरफ मनीष दुबे की पत्नी ने भी शुरुआत में अपना निजी मामला बताकर कुछ भी बयान देने से इनकार किया. मगर बाद में मनीष दुबे की पत्नी की तरफ से भी दो पेज का लिखित बयान डीआईजी संतोष सिंह को दिया गया, जिसमें मनीष दुबे की पत्नी ने शादी के बाद दहेज मांगने का आरोप लगाया है.

आलोक ने मनीष पर लगाया हत्या की साजिश का आरोप

आलोक का आरोप है कि ज्योति ने अपने प्रेमी मनीष दुबे के साथ उनकी हत्या की साजिश रची है. दोनों तरफ से केस भी दायर हो चुका है. ज्योति मौर्य के मुताबिक, आलोक से तलाक का केस भी चल रहा है.

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