एनसीआरबी के आंकड़ों पर यूपी सरकार ने कहा- जीरो टॉलरेंस की नीति से हासिल हुई ये कामयाबी
उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि महिलाओं से संबंधित अपराधों और साइबर अपराधों से जुड़े मुकदमों में सजा दिलाने के मामले में यह…
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उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि महिलाओं से संबंधित अपराधों और साइबर अपराधों से जुड़े मुकदमों में सजा दिलाने के मामले में यह राज्य राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों में अव्वल रहा है. राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट, डकैती, महिलाओं के प्रति अपराध, बलात्कार तथा बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों की दर अन्य राज्यों के मुकाबले कम है.
इसके मुताबिक, अपराध की दर के मामले में देश की सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश 23वें स्थान पर है और वर्ष 2021 में सांप्रदायिक दंगे की सिर्फ एक ही घटना हुई है. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को ‘सबसे सुरक्षित’ राज्य करार देते हुए कहा है कि अपराध और अपराधियों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति की वजह से प्रदेश में यह कामयाबी हासिल हुई है.
बयान में दावा किया गया कि एनसीआरबी की वर्ष 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों, साइबर अपराध तथा घातक हथियारों को जब्त करने के मामलों में दोषियों को सजा दिलाने के लिहाज से देश में पहले स्थान पर है.
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बयान के मुताबिक, वर्ष 2021 में महिलाओं के प्रति अपराधों के मामले में 7,713 दोषी लोगों को सजा दिलाई गई है. इसके अलावा, साइबर अपराधों के दोषी 292 लोगों को भी दंड दिलाया गया है. साथ ही भारतीय दंड विधान से संबंधित अपराधों में कुल 1,12,800 दोषी लोगों को जबकि हथियारों को जब्त करने के मामलों में 40,212 लोगों को सजा दिलायी गई है. बयान के मुताबिक, भारतीय दंड विधान से जुड़े विभिन्न मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिहाज से उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है. वर्ष 2021 में ऐसे मामलों में कुल 4,43,304 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इसके मुताबिक, उत्तर प्रदेश 129.4 करोड़ रुपए की अवैध संपत्तियों को जब्त करके इस मामले में देश में चौथे स्थान पर है. देश में वर्ष 2021 में महिलाओं के प्रति अपराधों के कुल 4,28,278 मुकदमे दर्ज किए गए. उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 56,083 रहा. बयान के मुताबिक, वर्ष 2021 में पूरे देश में बलात्कार के 31,677 मुकदमे दर्ज किए गए जबकि, उत्तर प्रदेश में यह संख्या 2,845 रही.
राज्य में अपराध की दर देश की औसत दर 4.8 फीसदी के मुकाबले 2.6 फीसद रही. राजस्थान में अपराध की दर 16.4 प्रतिशत, दिल्ली में 12.9 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 7.4 प्रतिशत, तेलंगाना में 4.4 प्रतिशत और केरल में 4.2 प्रतिशत है.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश महिलाओं के प्रति अपराधों और अवैध हथियारों को जब्त करने के मामलों में सजा दिलाने के लिहाज से शीर्ष पर है और उत्तर प्रदेश वर्षों बाद ‘‘दंगा मुक्त राज्य’’ बन गया है.
इस बीच, मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि एनसीआरबी 2021 के आंकड़ों के अनुसार जहां पूरे देश में दंगे की कुल 378 घटनाएं हुईं, वही उत्तर देश में ऐसी सिर्फ एक ही घटना हुई. इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश देश का ‘‘सबसे सुरक्षित’’ राज्य बनकर उभरा है.
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अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुशासन की वजह से उत्तर प्रदेश माफिया राज से मुक्त होकर विकास की नई परिभाषा गढ़ रहा है. एनसीआरबी की रिपोर्ट इसका प्रमाण है.’’
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