नोएडा-गाजियाबाद में रात 10 बजे के बाद फूड डिलीवरी स्टॉप! बढ़ी परेशानी

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गौतमबुद्ध नगर प्रशासन ने रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक सभी रेस्टोरेंट को बंद करने और होम डिलीवरी ना करने का आदेश जारी किया है. प्रशासन के इस आदेश के चलते नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में आईटी सेक्टर और एमएनसी में काम करने वाले लोगों को नाइट शिफ्ट के दौरान भोजन की डिलीवरी न मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोविड-19 की गाइडलाइन्स के कारण अधिकांश ऑफिस रोटेशन प्रक्रिया को अपना रहे हैं और इस दौरान घर पर काम करने वाले लोगों को भी भोजन की होम डिलीवरी न मिलने से दिक्कत हो रही है.

कोरोना वायरस महामारी के कारण चल रहे नाइट कर्फ्यू में भोजन वितरण को छूट दी गई थी. हमें हत्या और घर में तोड़फोड़ समेत कई आपराधिक मामले मिले, जिनमें डिलीवरी बॉय शामिल थे. डिलीवरी करने वाले सभी लोगों के सत्यापन होने तक हमने छूट वाली श्रेणी से भोजन वितरण को हटा दिया है. साथ ही हम उनके नेटवर्क को समझने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उन पर नजर रखी जा सके क्योंकि देर रात तक इनकी आवाजाही जारी रहती है.

एडीसीपी रणविजय सिंह, गौतमबुद्ध नगर

नाइट शिफ्ट में काम करने वाले तकनीकी विशेषज्ञ शशांक शेखर सिन्हा कहते हैं,

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“रात की शिफ्ट में काम करने वाले लोग पूरे दिन सोते हैं. मैं अपना अपार्टमेंट उन लोगों के साथ साझा करता हूं जो रात की शिफ्ट में भी काम करते हैं और हम आमतौर पर बाहर से रात का खाना मंगवाते हैं. प्रतिबंध लगने के बाद से हमें मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. अब हम रात 2 बजे को करने वाला डिनर, रात 10 बजे से पहले मंगवा रहे हैं.”

ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ कॉरपोरेट सर्विसेज (जीएसीएस) के सदस्य अजीत पांडे बताते हैं,

“इस क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा बीपीओ और केपीओ कर्मचारी हैं. इनमें से कई यूएस और यूके के टाइम के अनुसार काम करते हैं. इन कर्मचारियों को आमतौर पर बाहर से खाना मंगाना होता है. रात 10 बजे के बाद भोजन की होम डिलीवरी पर प्रतिबंध से उन्हें परेशानी हो रही है.”

रिपोर्ट: अभिषेक आनंद.

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