देश में दो तरह की फौज नहीं होनी चाहिए...शहीद कैप्टन अंशुमान की मां ने अग्निवीर योजना को लेकर कर दी बड़ी मांग
Captain Anshuman Singh Mother : शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के बहादुरी के इस समय पूरे देश में चर्चा है. देवरिया के शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह को उनकी वीरता और शहादत के लिए कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया.
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Captain Anshuman Singh Mother : शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के बहादुरी की इस समय पूरे देश में चर्चा है. देवरिया के शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह को उनकी वीरता और शहादत के लिए कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया. खुद शहीद की पत्नी स्मृति और शहीद की मां ने कीर्ति चक्र सम्मान राष्ट्रपति से लिया. वहीं मंगलवार को रायबरेली सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह और उनकी मां मंजू सिंह से मुलाकात की है. बता दें कि राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दौरे पर हैं.
शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मां ने कही ये बात
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बाहर निकलीं शहीद कैप्टन अंशुमान की मां मंजू सिंह ने कहा कि, 'देश में दो तरह की फौज नहीं होनी चाहिए. अग्निवीर योजना पर विचार होना चाहिए. मैं सरकार से अपील करती हूं की इस योजना में बहुत बदलाव होना चाहिए. सरकार को राहुल गांधी की आवाज भी सुननी चाहिए. फौजी बनने के लिए बहुत मजबूत बनना होता है और यहां चार साल में ही सब खत्म हो जाएगा. इसलिए इस योजना को बंद कर देना चाहिए.' वहीं राहुल गांधी से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि, हमलोगों ने अग्निवीर योजना पर बात की उनसे मुलाकात के बाद में बहुल साकारात्मक हूं.
कुछ दिन पहले मिला है कीर्ति चक्र
बता दें कि अभी हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब रेजिमेंट की 26वीं बटालियन के आर्मी मेडिकल कोर के कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया था. खुद शहीद की पत्नी स्मृति और शहीद की मां ने कीर्ति चक्र सम्मान राष्ट्रपति से लिया था. अपनी जान की परवाह किए बिना उन्होंने एक बड़ी आग की घटना में कई लोगों को बचाने के लिए असाधारण बहादुरी और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया था. कीर्ति चक्र सम्मान के दौरान जब कैप्टन की बहादुरी की गाथा को बताया जा रहा था तो स्मृति अपनी भावनाओं को काबू में नहीं रख पाईं. पति की बहादुरी को सुनकर उनकी आंखें नम हो गईं. उनके चेहरे पर उदासी और निराशा साफ तौर पर झलक रही थी. कीर्ति चक्र सम्मान लेने के दौरान का उनका वीडियो काफी ज्यादा वायरल हो रहा है.