पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर गाड़ी में कैसे रिकॉर्ड हो गया मैरिड कपल का इंटिमेट वीडियो?
सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कार से गुजर रहे लोगों के इंटिमेट वीडियो होने का मामला सामने आया है. आरोप है कि हलियापुर टोल प्लाजा पर तैनात आशुतोष विश्वास एक्सप्रेसवे से गुजर रहे यात्रियों के निजी पलों के वीडियो और फुटेज को सीसीटीवी कैमरों से अवैध रूप से निकालकर वायरल कर रहा था.
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सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के हालियापुर टोल प्लाजा पर एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के मैनेजर आशुतोष विश्वास पर कपल्स के इंटिमेट वीडियो वायरल करने का आरोप लगा है. इस मामले के तूल पकड़ते ही ATS मैनेजर आशुतोष विश्वास को टर्मिनेट कर दिया गया है. एटीएस मैनेजर आशुतोष विश्वास पर आरोप लगा है कि वह ना सिर्फ एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले कपल्स के प्राइवेट वीडियो अवैध तरीको से निकालता था. बल्कि वह इस वीडियो के जरिए कपल्स से वसूली भी करता था. पैसे वसूलने के बाद भी वह इन प्राइवेट वीडियोज को वायरल कर देता था. लेकिन कपल्स के ऐसे वीडियो वायरल होने में कहीं ना कहीं वो खुद भी जिम्मेदार हैं. आइए खबर में समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर वो कौन सी दो बड़ी गलतियां हैं जिनकी वजह से कपल्सल के इंटीमेट वीडियो रिकॉर्ड हो गए.
पहली गलती: सार्वजनिक स्थानों पर इंटीमेसी आपको कानूनन मुश्किल में फंसा सकती है
सार्वजनिक जगहों पर किसी भी तरह की इंटीमेसी आपको कानूनी मुश्किलों में डाल सकती है. भारत के कानून में पब्लिक प्लेस पर सेक्स या इंटीमेट गतिविधियों पर सख्त प्रतिबंध है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत करता है जैसे कि किसिंग, हगिंग जिससे किसी दूसरे को परेशानी हो तो उसके खिलाफ IPC की धारा 294 के तहत एक्शन हो सकता है. इस अपराध के लिए तीन महीने तक की जेल, या जुर्माना, या दोनों की सजा हो सकती है.
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वहीं अगर अंतरंगता में किसी महिला पर आपराधिक बल का प्रयोग या हमला शामिल है और इसका इरादा उसकी विनम्रता भंग करना है तो धारा 354 लागू हो सकती है. हालांकि यह आमतौर पर सहमति से किए गए अंतरंगता के मामलों में कम लागू होती है. लेकिन अगर पुलिस को लगता है कि व्यवहार अस्वीकार्य सीमा से परे था तो इसका दुरुपयोग हो सकता है. भारतीय कानून और सामाजिक व्यवस्था सार्वजनिक स्थानों पर एक डिसेंसी बनाए रखने पर जोर देती है. ऐसे में अगर किसी राहगीर, पड़ोसी या पुलिस अधिकारी को अगर आपका व्यवहार अश्लील या परेशान करने वाला लगता है तो वे शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
दूसरी गलती: एक्सप्रेसवे पर जहां लगा था कैमरा इसका ध्यान रखना भूल गया कपल
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हुई घटना में कपल्स की दूसरी बड़ी गलती ये रही कि वो एक्सप्रेसवे पर लगे हाई-टेक कैमरों की अनदेखी कर बैठे. बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स पर एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत जगह-जगह कैमरे लगाए जाते हैं. इनका उद्देश्य दुर्घटनाओं और यातायात उल्लंघन को रिकॉर्ड करना होता है. लेकिन कैमरा लगा होने के बावजूद भी कपल ने इस तरीके की भूल की. जिसका दुरुपयोग टोल प्लाजा पर तैनात मैनेजर आशुतोष के द्वारा किया गया. ऐसे में किसी भी जगह पर कैमरा लगा होने पर इस तरह के रोमांटिक मोमेंट शेयर करने से बचना चाहिए.
अब समझिए पूरा मामला
आशुतोष हलियापुर स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा पर एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) में तैनात था. ATMS का उपयोग एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यातायात की निगरानी के लिए किया जाता है. लेकिन मैनेजर आशुतोष इस सिस्टम को दुरुपयोग करने लगा. आशुतोष एक्सप्रेसवे से यात्रा कर रहे नए न्यूली वेड कपल के रोमांटिक और इंटिमेट वीडियो सीसीटीवी कैमरे से निकालकर यात्रियों से अवैध वसूली करने लगा था. लेकिन यात्रियों से पैसे वसूलने के बाद भी वह इन प्राइवेट वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर देता था. यह मामला तब सुर्खियों में आया जब कुछ पीड़ितों ने 2 दिसंबर को सीधे मुख्यमंत्री से इस संबंध में शिकायत की. इस शिकायती पत्र के वायरल होने और मामले के तूल पकड़ने के बाद प्रबंधन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सहायक मैनेजर आशुतोष सरकार को टर्मिनेट कर दिया. हालांकि यह टर्मिनेशन बैक डेट में किया गया है.
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