राहुल गांधी ने शेयर की नाव चलाकर पढ़ने जाती बेटी की तस्वीर, UP की बिटिया की असल कहानी जानें

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शिक्षक दिवस के मौके पर ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट की है. इस तस्वीर में एक लड़की खुद से नाव खेते हुए दिख रही है. कहा जा रहा है कि लड़की नाव चलाकर स्कूल जा रही है. यूपी तक की टीम गोरखपुर के बहरामपुर क्षेत्र में स्थित इस लड़की के घर पहुंची. हमने लड़की संग परिवार वालों से भी बात की. जो कहानी निकल कर सामने आई वो हौसलों के उड़ान की है. यूपी की इस बिटिया का हौसला बाढ़ की खतरनाक लहरों पर भी भारी है.

आइए आपको बताते हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने क्या ट्वीट किया. राहुल ने लिखा, “ये बच्ची मुश्किल परिस्थिति, ठप प्रशासन और अनिश्चित भविष्य होने पर भी हिम्मत नहीं हारी. संध्या का साहस बहुत कुछ सिखाता है.”

दरअसल, राहुल गांधी ने जिस को खबर को ट्वीट किया है वह खबर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की है. इन दिनों गोरखपुर का बहरामपुर क्षेत्र भी बाढ़ से प्रभावित है. यहीं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दिख रही लड़की बहरामपुर क्षेत्र के अयोध्या दास इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली संध्या है. संध्या 11 वीं कक्षा में पढ़ती है और वीडियो में उसे उफनती राप्ती नदी में आई बाढ़ के बीच अकेले नाव चलाकर स्कूल से घर जाते देखा जा सकता है. इस द्श्य ने लोगों का दिल जीत लिया है. खबर है कि राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद संध्या के पिता को पास राहुल गांधी और अभिनेता सोनू सूद का फोन आया है.

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जहां बाढ़ प्रभावित बहरामपुर क्षेत्र के लोग इस भयानक त्रासदी के बीच अपने परिवार का पेट पालने के लिए घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं. वहां संध्या का बाढ़ को चीरकर पढ़ाई के लिए अकेले नाव खेकर स्कूल जाना लोगों के लिए किसी प्ररेणा से कम नहीं है. बाढ़ की मुसीबतों में जिंदगी की जद्दोजहद से घिरे लोगों के लिए संध्या उम्मीद की नई किरण बन चुकी है.

बता दें कि सोशल मीडिया पर लोग संध्या के इस हौसले की तारीफ कर रहे हैं. संध्या की सहायता के लिए जिले से किसी भी अधिकारी का अभी तक फोन नहीं आया है.

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संध्या की मां गीता देवी कहती हैं कि इन दिनों बेटी संध्या खुद नाव चलाकर स्कूल जाती है. हम पिछले 15 दिनों से बाढ़ से प्रभावित हैं. हमारा घर डूब गया है, इसलिए छत पर प्लास्टिक से शेड बनाकर रहते हैं. यहीं बेटी संध्या पढ़ाई-लिखाई करती है.

भीषण बाढ़ के बीच टूटी-फूटी नाव की मदद से संध्या का इस तरह घर से स्कूल जाने चिंता की बात है, लेकिन बेटी के हौसले को देखकर पिता को इतनी चिंता नहीं है .संध्या के पिता का कहना है कि उनकी बेटी तैरना भी जानती है, इसलिए वह निश्चिंत रहते हैं.

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( इनपुट्स: गजेंद्र त्रिपाठी / यूपी तक )

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