मऊ में फर्जी नियुक्ति के आरोप में 86 पर केस, 42 शिक्षकों की सैलरी रोक दी गई! यूपी में हड़कंप मचाने वाला ये पूरा मामला समझिए
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सहायता प्राप्त स्कूलों में फर्जी दस्तावेजों पर 42 शिक्षकों की नियुक्ति का बड़ा घोटाला सामने आया है. इस मामले में 86 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और संबंधित शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है.
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Mau Teacher Scam: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. यहां समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति का मामला सामने आया है. इस मामले में 42 शिक्षकों की कथित फर्जी नियुक्ति के लिए 86 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक जांच के बाद इन 42 शिक्षकों का वेतन भी रोक दिया गया है.
कौन-कौन हैं इस केस में शामिल?
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि मऊ की समाज कल्याण अधिकारी रश्मि मिश्रा की शिकायत पर 5 अगस्त को एफआईआर दर्ज की गई थी. इस केस में 86 लोगों को नामजद किया गया है. इसमें तीन पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी, तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी, चार खंड शिक्षा अधिकारी, विभाग के सुपरवाइजर/डेस्क सहायक, 42 शिक्षक और सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों के 19 प्रबंधक शामिल हैं.
फर्जी दस्तावेजों से हुई थीं नियुक्तियां
समाज कल्याण अधिकारी रश्मि मिश्रा ने पीटीआई को बताया कि 2014 के बाद से मऊ में समाज कल्याण विभाग से सहायता प्राप्त स्कूलों में कुल 70 शिक्षकों की नियुक्तियां हुई थीं. शुरुआती जांच में पता चला है कि इनमें से 42 शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की गई थी. इन नियुक्तियों और वेतन भुगतान के लिए फर्जी अनुमोदन पत्रों का इस्तेमाल किया गया था. अन्य नियुक्तियों की जांच अभी जारी है. मऊ के कोतवाली थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है.
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