‘बलवाइयों को रिटर्न गिफ्ट’, वीडियो में किसे पीट रही पुलिस? BJP विधायक के ट्वीट पर मचा बवाल
इस वक्त यूपी के अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार, 10 जून को जुमे के नमाज के बाद हुई हिंसा का मामला गरमाया हुआ है. यूपी पुलिस…
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इस वक्त यूपी के अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार, 10 जून को जुमे के नमाज के बाद हुई हिंसा का मामला गरमाया हुआ है. यूपी पुलिस हिंसा फैलाने के आरोपियों को अलग-अलग जिलों से गिरफ्तार कर रही है.
पीटीआई के मुताबिक शुक्रवार को हुई हिंसा के लिए यूपी पुलिस ने अबतक 237 लोगों को गिरफ्तार किया है. मुख्य रूप से प्रयागराज, हाथरस, सहारनपुर, अंबेडकरनगर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद और अलीगढ़ से गिरफ्तारियां हुई हैं.
बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए कथित आपत्तिजनक बयान के बाद उनकी गिफ्तारी की मांग को लेकर हुए प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया था. अब इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी लोग भिड़े हुए हैं. इसी क्रम में देवरिया से बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी का एक ट्वीट काफी वायरल हो रहा है और इसे लेकर हंगामा मचा हुआ है.
सबसे पहले जानिए कि शलभ मणि त्रिपाठी ने क्या ट्वीट किया?
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यूपी में हालिया हिंसा के आरोपियों पर हो रहे पुलिसिया एक्शन के बीच विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने शनिवार को एक वीडियो ट्वीट किया है. इस वीडियो में पुलिस के दो जवान कई युवकों को पीटते देखे जा सकते हैं. शलभ ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘बलवाइयों को “रिटर्न गिफ़्ट” !!’ बीजेपी विधायक के इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट को यहां नीचे देखा जा सकता है.
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शलभ मणि का यह ट्वीट देखते-देखते वायरल हो गया. हालांकि शलभ मणि ने इस ट्वीट में वीडियो की लोकेशन, टाइमिंग इत्यादि को लेकर कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन ट्वीट की टाइमिंग से लोग इसे हालिया हिंसा के बाद हुई पुलिसिया कार्रवाई से जोड़कर देखने लगे.
कुछ यूजर्स ने इसे मुरादाबाद का वीडियो बताते हुए ट्विटर पर मुरादाबाद पुलिस को टैग कर सवाल पूछे. इसके जवाब में मुरादाबाद पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह मुरादाबाद का वीडियो नहीं है, फिर भी इसकी जांच की जा रही है. मुरादाबाद पुलिस के इस जवाब को यहां नीचे देखा जा सकता है.
फिलहाल इस वीडियो की लोकेशन और इसकी टाइमिंग को लेकर कोई पुष्टि नहीं हो पाई है.
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वीडियो को लेकर ट्विटर पर AAP विधायक सोमनाथ भारती से हुई शलभ मणि की भिड़ंत
फिलहाल बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी के इस ट्वीट पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कुछ पत्रकारों ने शलभ मणि त्रिपाठी के इस ट्वीट की भर्त्सना करते हुए पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल भी उठाए हैं. वहीं इस वीडियो को लेकर AAP विधायक सोमनाथ भारती और शलभ मणि के बीच ट्विटर पर तकरार भी देखने को मिली है.
असल में शलभ मणि के इस ट्वीट को कोट करते हुए AAP विधायक सोमनाथ भारती ने एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने पुलिसिया अत्याचार का आरोप लगाते हुए यूपी पुलिस पर सवाल उठाए. सोमनाथ भारती ने भारतीय मानवाधिकार आयोग को भी इस ट्वीट में टैग कर कार्रवाई की मांग की. सोमनाथ भारती के इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट को यहां नीचे देखा जा सकता है.
इसके बाद सोमनाथ भारती ने एक ट्वीट और किया. इसमें उन्होंने लिखा कि बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने उनके ट्वीट करने के बाद अपना ट्वीट डिलीट कर दिया. हालांकि शलभ मणि त्रिपाठी का वह ट्वीट इस खबर को लिखे जाने तक डिलीट नहीं किया गया है.
अब बारी थी बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी के पलटवार की. उन्होंने सोमनाथ भारती के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा, ‘यूपी याद है या याद दिलाऊँ ? जब मुख्यमंत्री जी के लिए अभद्र भाषा बोलने पर यूपी की जनता ने “काला मोर” बना डाला था, फिर आए भी नहीं आप यूपी, आइए ना फिर कभी.’ उनके इस ट्वीट के स्क्रीनशॉट को यहां नीचे देखा जा सकता है.
आपको बता दें कि पिछले साल जनवरी में AAP विधायक सोमनाथ भारती पर सुल्तानपुर में स्याही फेंकी गई थी. तब इस मामले में आरोपी शख्स को जब पकड़ा गया, तो पता चला था कि वह हिंदू युवा वाहिनी का कार्यकर्ता है और AAP विधायक द्वारा योगी आदित्यनाथ पर की गई किसी टिप्पणी से नाराज है.
बहरहाल, यूपी में हिंसा के आरोपियों को लेकर पुलिस की कार्रवाई खुद में चर्चा का विषय बनी हुई है. कानपुर और सहारनपुर में हिंसा के आरोपियों या उनसे जुड़े लोगों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर भी चला है.
प्रयागराज में भी कुछ ऐसी ही तैयारी प्रशासन की तरफ से की गई है. हालांकि कानपुर में जिनके निर्माण पर बुलडोजर चला है वह यह भी आरोप लगा रहे हैं कि बिना गलती के उनके वैध निर्माण को ढहाया गया है.
उधर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यूपी में कानून-व्यवस्था के लिहाज से एक समीक्षा बैठक की है. इस बैठक के बाद पुलिस को उपद्रवियों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं. सीएम ने कहा है कि ‘बुल्डोजर’ की कार्रवाई पेशेवर अपराधियों/माफियाओं के विरुद्ध है, यह कार्रवाई सतत जारी रखी जाए.
यूपी में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में अब तक 227 लोग अरेस्ट
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