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संभल में 1978 के बाद फिर शुरू हुई 68 तीर्थ और 19 कूपों की 24 कोसी परिक्रमा, ये है इसका रूट

आशीष श्रीवास्तव

संभल के 68 तीर्थ और 19 कूपों की 24 कोसी परिक्रमा का शुभारंभ 1978 के बाद फिर से हो गया है. धार्मिक मान्यता है कि इस परिक्रमा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

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Sambhal News
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Sambhal News: संभल में इतिहास फिर से करवट ले रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में संभल एक बार फिर अपनी पौराणिक पहचान ‘भगवान कल्कि की नगरी’ के रूप में जगमगा उठा है. शुक्रवार देर रात 2 बजे संभल के 68 तीर्थ और 19 कूपों की 24 कोसी परिक्रमा का शुभारंभ प्राचीन तीर्थ बेनीपुरचक स्थित श्रीवंशगोपाल से लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में हुआ. शंखनाद, भजन और जयघोषों के बीच निकली यह परिक्रमा 46 वर्षों बाद फिर से आरंभ हुई है. 1978 में सांप्रदायिक दंगों के कारण यह परंपरा रुक गई थी, जिसकी फिर से शुरुआत हुई है. धार्मिक मान्यता है कि इस परिक्रमा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यह परिक्रमा श्रीवंशगोपाल तीर्थ से शुरू होकर भुवनेश्वर, क्षेमनाथ और चंदेश्वर तीर्थों से होते हुए फिर से वंशगोपाल तीर्थ पर लौटती है. इन तीन प्रमुख तीर्थों के बीच 87 देवतीर्थ स्थित हैं.

बदल रही संभल की तस्वीर

1978 के दंगों ने संभल के सामाजिक ताने-बाने को चोट पहुंचाई थी. हिंदू परिवारों ने अपने घर, दुकानें और जमीनें छोड़ी. मंदिरों पर कब्जे हुए और धर्मिक आयोजनों पर रोक लग गई. मगर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद संभल की तस्वीर बदल रही है. सीएम योगी ने संभल की स्थिति को व्यक्तिगत रूप से गंभीरता से लिया. न्यायिक आयोग की रिपोर्ट ने उन सच्चाइयों को उजागर किया जिन्हें वर्षों तक दबाया गया. आरोप है कि सत्ता संरक्षण में जनसंख्या संतुलन बिगाड़ने की कोशिशें हुईं. योगी सरकार ने इन सभी मामलों में कठोर कार्रवाई की. दंगों की साजिश में शामिल तत्वों को जेल भेजा गया. अवैध कब्जों को हटाया गया और सांप्रदायिक राजनीति पर अंकुश लगाया गया.

योगी सरकार ने क्या-क्या कार्रवाई की?

योगी सरकार ने संभल में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाने की ऐतिहासिक कार्रवाई की. उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता-2006 की धारा-67 के तहत 495 वाद दर्ज हुए, जिनमें से 243 मामलों का निस्तारण कर 1067 अतिक्रमण हटाए गए. इस प्रक्रिया में 68.94 हेक्टेयर भूमि कब्जामुक्त कराई गई. विशेष अभियान के तहत 37 अवैध कब्जे हटाए गए. कुल 2.623 हेक्टेयर भूमि को मुक्त कराया गया. साथ ही 68 पौराणिक तीर्थस्थलों और 19 प्राचीन कूपों के संरक्षण व सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया आरंभ की गई है. कल्कि अवतार मंदिर समेत अनेक प्राचीन स्थलों पर पुनरुद्धार कार्य चल रहे हैं.

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संभल में मजबूत हुआ कानून का इकबाल

संभल में अब कानून का इकबाल मजबूत हुआ है. योगी सरकार ने बीते कुछ वर्षों में 2 नए थाने और 45 नई चौकियां स्थापित की हैं. संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी निगरानी और ड्रोन सर्वे की व्यवस्था की गई है. बिजली चोरी रोकने के लिए चलाए गए अभियानों से लाइन लॉस 82% से घटकर 18% पर पहुंच गया है, जिससे 84 करोड़ रुपये की राजकीय धनराशि की बचत हुई. आर्थिक दृष्टि से भी संभल ने छलांग लगाई है. 2405 करोड़ रुपये के निर्यात के साथ यह अब प्रदेश में 10वें स्थान पर है. ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत संभल के मेटैलिक, वुडन और हैंडीक्राफ्ट उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान बना रहे हैं.

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