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21 सितंबर को लग रहा साल का आखिरी सूर्यग्रहण, इस राशि के लोग हो जाएं सावधान!

रोशन जायसवाल

21 सितंबर 2025 को लगने वाले सूर्य ग्रहण के दौरान राशियों के अनुसार विशेष दान और पूजा करने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है और शुभ फल प्राप्त किए जा सकते हैं.

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साल 2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगने जा रहा है. यह ग्रहण लगभग 3 घंटे 30 मिनट लंबा होगा. यह सूर्यग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा, इसलिए सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. 
 

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बता दें कि इस दिन अमावस्या और पितृ विसर्जन भी है, जब पितरों को विदाई दी जाती है. ऐसे में इस दिन सूर्य ग्रहण का लगना शुभ संकेत नहीं माना गया है. ग्रहण रात 11:00 बजे शुरू होगा और इसका मोक्ष (समाप्ति) 3:24 बजे होगा. यह ग्रहण न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका आदि देशों में दिखेगा, लेकिन भारत में नहीं. 
 

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हालांकि भारत में सूतक मान्य नहीं है, फिर भी गर्भवती महिलाओं को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है, जैसे कि चाकू या नुकीली चीज़ों का इस्तेमाल न करें, सोएं नहीं, और पेट पर गोबर या तुलसी का लेप लगाने की परंपरा है.
 

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इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव राशियों पर अलग-अलग रहेगा। मेष राशि के लिए यह अशुभ है, जबकि वृश्चिक, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला और मीन को लाभ मिल सकता है. कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और कुम्भ राशियों के लिए विशेष पूजा और दान से लाभ संभव है. शनि से प्रभावित जातकों को सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि यह ग्रहण उनके लिए हानिकारक हो सकता है.
 

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सूर्य ग्रहण से बचने और लाभ पाने के लिए राशि अनुसार उपाय जरूरी हैं. सिंह राशि लाल वस्त्र, तुला राशि गेहूं का दान करें। वृश्चिक सफेद वस्तुएं शिव मंदिर में चढ़ाएं, धनु राशि गाय की सेवा करे. मकर और कुम्भ हनुमान जी की पूजा करें और मीन राशि विष्णु को खीर का भोग लगाएं. 
 

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ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, सूर्य और शनि के बीच द्वेषभाव होने के कारण यह ग्रहण कुछ राशियों के लिए संकट का कारण बन सकता है. ग्रहण काल में की गई सद्भावनापूर्ण साधना, दान और संयमित आचरण से इसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है.
 

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