ताजमहल के पीछे की गंदगी दिखाने वाली लिसीप्रिया ने दिखाई अब ये तस्वीर, खूब हो रही तारीफ

बीते दिनों दा चाइल्ड मूवमेंट की संस्थापक, बाल पर्यावरणविद् और जलवायु कार्यकर्ता लिसीप्रिया कंगुजम (10) की एक तस्वीर की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हुई…

हर्ष वर्धन

• 04:09 AM • 03 Jul 2022

follow google news

बीते दिनों दा चाइल्ड मूवमेंट की संस्थापक, बाल पर्यावरणविद् और जलवायु कार्यकर्ता लिसीप्रिया कंगुजम (10) की एक तस्वीर की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हुई थी. दरअसल, इस तस्वीर में लिसीप्रिया आगरा स्थित ताजमहल (Taj Mahal) के पीछे हाथ में एक तख्ती लिए खड़ी थीं. इस तख्ती में लिखा था, “ताजमहल की सुंदरता के पीछे प्लास्टिक पॉल्यूशन है.” वहीं, अब लिसीप्रिया कंगुजम (Licypriya Kangujam) ने ट्विटर पर अपनी एक और तस्वीर साझा की है. इस तस्वीर में अब लिसीप्रिया के पीछे गंदगी की जगह साफ-सफाई दिख रही. तस्वीर में लिसीप्रिया भी खुश नजर आ रही हैं. वहीं, ट्विटर यूजर्स लिसीप्रिया के इस प्रयास की जमकर तारीफ भी कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें...

लिसीप्रिया ने अपनी इस तस्वीर को ट्वीट कर कहा,

“2018 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि “ताजमहल” को प्रदूषण से बचाने की उम्मीद नहीं दिखती है. लेकिन आज मैंने साबित कर दिया कि “ताजमहल” को प्रदूषण से बचाना तभी संभव है जब हमारे पास “इच्छा” हो. ❤ प्रतिष्ठित ताजमहल और इसके आसपास इतना बड़ा बदलाव और नए डस्टबिन देखकर खुशी हुई.”

लिसीप्रिया कंगुजम

कौन हैं लिसीप्रिया कंगुजम?

लिसीप्रिया कंगुजम की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार उनका जन्म 2 अक्टूबर 2011 को हुआ था. वह भारत की दस वर्षीय बाल पर्यावरणविद् कार्यकर्ता हैं और दा चाइल्ड मूवमेंट की संस्थापक हैं. वह छह साल की उम्र से ही जलवायु परिवर्तन से लड़कर पर्यावरण की रक्षा, संरक्षण और पोषण करने के अपने उद्देश्य की हिमायत कर रही हैं.

बता दें कि लिसीप्रिया विश्व स्तर पर सबसे कम उम्र की जलवायु कार्यकर्ताओं में से एक हैं. उन्होंने मैड्रिड (स्पेन) में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन 2019 (COP25) को संबोधित करते हुए दुनिया के नेताओं को अपने भविष्य को बचाने के लिए तत्काल जलवायु कार्रवाई करने का आह्वान किया था.

रामपुर: मुकदमा लिखवाना था तो ताजमहल और कुतुबमीनार की चोरी का लिखवाते- आजम खान

    follow whatsapp