राहुल गांधी ने मायावती को लेकर पहली बार किया ये बड़ा खुलासा, दलित लड़के से बात करते हुए ये सब कह गए

UP News: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सांसद राहुल गांधी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे. यहां उन्होंने दलित छात्रों के साथ संवाद किया. इस दौरान एक छात्र ने राहुल के सामने ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) चीफ मायवाती की तारीफ की जिसके बाद कांग्रेस कांगेस नेता ने एक विस्फोटक बयान दिया.

यूपी तक

20 Feb 2025 (अपडेटेड: 20 Feb 2025, 05:02 PM)

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Rahul Gandhi on Mayawati: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सांसद राहुल गांधी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे. यहां उन्होंने दलित छात्रों के साथ संवाद किया. इस दौरान एक छात्र ने राहुल के सामने ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) चीफ मायावाती की तारीफ, जिसके बाद कांग्रेस कांगेस नेता ने एक विस्फोटक बयान दिया. मालूम हो कि इस दौरान राहुल गांधी ने पहली बार आधिकारिक रूप से इस बात को स्वीकारा कि उन्होंने मायावती को कांग्रेस के साथ आने का प्रस्ताव दिया था. मगर इस प्रस्ताव को मायावती ने ठुकरा दिया.

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छात्र और राहुल के बीच क्या बातचीत हुई?

दरअसल, हुआ ये कि रायबरेली में राहुल गांधी से बातचीत के दौरान एक दलित युवा ने कहा कि 'कांशीराम (बसपा के संस्थापक) ने दलितों के लिए काम किया, जिसके बाद मायवाती के द्वारा उनके काम को बढ़ाया गया जो दलितों के लिए काम कर रही हैं. इस पर जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा, "मायावती ठीक से चुनाव क्यों नहीं लड़ रही हैं? हमने उनसे साथ में आने को कहा था लेकिन वह नहीं आईं. अगर तीनों साथ में आते तो बीजेपी हार जाती."

मालूम हो कि ऐसा पहली बार है जब कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने खुलकर मायावती को ऑफर देने की बात कही है. गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा और कांगेस ने इंडिया गठबंधन के तहत यूपी में चुनाव लड़ा था और बड़ी जीत हासिल की थी. लोकसभा चुनाव से पहले सपा के कई वरिष्ठ नेता मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं करने की बात करते थे. मगर अब इंडिया गठबंधन के बड़े नेता राहुल गांधी ने मायावती को दिए गए ऑफर का खुलकर जिक्र किया है.

 

 

राहुल गांधी का मानना है कि मायावती सही से चुनाव नहीं लड़ रही हैं. राहुल ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा की सिर्फ एक सीट आई थी, जबकि लोकसभा चुनाव में बसपा का खाता तक नहीं खुला था. वहीं, अभी हालिया दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में भी बसपा की हालात खराब रही थी. दूसरी तरफ राहुल गांधी का यह भी मानना है कि अगर लोकसभा चुनाव में बसपा कांगेस के साथ आ जाती तो तस्वीर कुछ और ही होती. अब आने वाला वक्त ही बताएगा कि राहुल के इस बयान के क्या मायने हैं? साथ ही अब सियासी गलियारों में यह भी चर्चा उठ चली है कि क्या कांग्रेस आने वाले दिनों में बसपा के साथ गठबंधन करेगी?

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