UP News: चायल विधानसभा सीट से विधायक पूजा पाल ने सोशल मीडिया X पर लंबा पोस्ट लिखते हुए समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. इसी के साथ उन्होंने अपनी पूरी कहानी भी बताई है. उन्होंने बताया कि शादी के 9 दिन बाद ही उनके विधायक पति राजू पाल को अतीक अहमद और अशरफ ने मरवा दिया. किसी भी महिला के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए. कोई इस तरह से विधवा न बने. पूजा पाल ने बताया कि उन्हें लगा कि समाजवादी पार्टी ने अपना पूरा कलेवर Change कर लिया है. वह अपनी नई चादर ओढ़ने जा रही है. उसे अब माफियाओं का दाग धबा नहीं चाहिए. मगर सपा का माफिया स्नेह फिर जाग गया.
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दरअसल पूजा पाल को हाल ही में सपा चीफ अखिलेश यादव ने पार्टी से निकाला है. पूजा पाल ने विधानसभा में माफिया अतीक अहमद और अशरफ के खिलाफ एक्शन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की थी. पूजा पाल ने इस दौरान कहा था कि योगी सरकार ने माफिया को मिट्टी में मिलाने का काम किया है. इसके कुछ ही देर बाद पूजा पाल को सपा ने पार्टी से निकाल दिया था.
अब नीचे जानिए की पूजा पाल ने सपा को निशाने पर लेते हुए क्या कहानी सुनाई है?
पूजा पाल ने ये बताया
सोशल मीडिया पर पूजा पाल ने लिखा, मेरी शादी राजू पाल जी से हुए मात्र 9 दिन ही हुए थे कि विधायक राजू पाल जी की 25 जनवरी 2005 को अतीक अहमद और अतीक का छोटा भाई अशरफ ने बड़े निर्मम तरीके से दिन दहाड़े हत्या कर दी थी. तब तक गोली चलाते रहे जब तक राजू पाल जी के शरीर से प्राण नहीं निकल गए.
पूजा पाल ने आगे लिखा, इस घटना से मेरा जीवन पूरी तरह से बदल गया. इस घटना ने जो मुझे दर्द दिया. इस दर्द की पीड़ा को एक अरसे लेकर के मुझे लगा की इसे किसी दूसरी महिला को इस तरह का पीड़ा न मिले और कोई दूसरी महिला पूजा पाल की तरह विधवा न बने. मैं इसलिए सामाजिक और राजनितिक जीवन में आई. क्षेत्र की देवतुल्य जनता ने जो मेरे दुखः दर्द में मेरा साथ दिया. मेरी माताओं-बहनों,पिता तुल्य बुजुर्गो व नौजवान भाइयों ने मुझे वो राजनीतिक शक्ति दी कि मै अपने प्रदेश की जनता के लिए कुछ काम कर सकूं.
अतीक के सामने चट्टान बनकर खड़ी हुई- पूजा पाल
पूजा पाल ने आगे लिखा, माफिया अतीक अहमद के सामने चट्टान बनके खड़ी रहूं, जिससे की वो कृत्य न करने पाए, जो कृत्य उसने मेरे साथ किया. हर माता के लिए हर बहन के लिए हर भाई के लिए हर बच्चे के लिए उसके साथ खड़ा रहने का प्रयास करती रही.
मेरी हत्या की साजिश भी हुई
इस दौरान पूजा पाल ने बताया कि उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज करवाए गए और हत्या की साजिश भी रची गई. उन्होंने लिखा, इस प्रयास में ना मैं कभी झूकी ना कभी बिकी और ना कभी टूटी हूँ, जबकि मुझे पैसों के प्रलोभन दिये गये, मेरी हत्या की साजिश की गई. मेरे ऊपर तमाम मुकदमे लगाए गए, जो मुकदमे लूट-पाट, छिनैती, डकैती हत्या जैसे फर्जी मुकदमे थे. तमाम तरीके के दबाव डाले गए, मेरे निजी जीवन में षड्यंत्र कर नुकसान पहुंचाया गया. लेकिन मैंने कभी माफिया अतीक का समर्थन नहीं किया. जनता का आर्शीवाद मिला उन्होंने ताकत दी, जिससे निर्भीक होकर अनवरत अपनी लड़ाई लड़ी और जनता की सेवा करती रही.
मुझे लगा सपा बदल गई है…
पूजा पाल ने आगे लिखा, मेरी यात्रा में जो मेरे क्षेत्र का माफिया था, जिन्हें समाजवादी पार्टी सरंक्षण देती थी. एक समय मुझे ऐसा लगा की समाजवादी पार्टी ने अपना पूरा कलेवर Change कर लिया है. जो अपनी नई चादर ओढ़ने जा रही है. उसे माफियाओं का दाग धबा नहीं चाहिए. मैं इस आशा विश्वास के साथ एक समय पर समाजवादी पार्टी का हिस्सा बन गई. मुझे लगा कि अब ये समाजवादी पार्टी पुरानी समाजवादी पार्टी से भिन्न है.
पूजा पाल ने आगे बताया, मगर फिर 2023 में प्रयागराज में एक हत्या होती है. वो हत्या उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद के बेटे असद के द्वारा की जाती है. उत्तर प्रदेश में शासन माननीय योगी आदित्यनाथ जी का था. उन्होंने तुरन्त ऐसे कृत्य करने वाले अपराधी का इनकाउंटर करवा दिया. फिर धीरे-धीरे मुझे समाजवादी पार्टी के माफिया स्नेह और आशा से मुझे चोट पहुंचती रही.
भाजपा को वोट की जरूरत थी और…
पूजा पाल ने आगे लिखा, कुछ महीनों बाद एक ऐसा समय आता है, जहां भाजपा को एक वोट की जरूरत होती है. मेरे राजनीतिक सहयोगी द्वारा मुझसे एक वोट के सहयोग की बात रखते है. मेरी अन्तर आत्मा ने मुझसे कहा की जिस लड़ाई के लिए मैंने राजनीति में कदम रखा न्याय पाने के लिए दरबदर भटकती रही. जीवन में अपने परिवार और दुश्मनों के षड्यंत्रों से घिरी जा रही थी और उसी बीच मुझ जैसी विधवा महिला को न्याय मिला. इससे बड़ी मेरे जीवन की क्या ही कामयाबी हो सकती है. जैसे लगा मानो मुझे मेरा सबकुछ मिल गया.
पूजा पाल ने आगे लिखा, मैंने अपना एक वोट जो राज्यसभा में देने का काम किया. यह वोट पीड़ित विधवा की तरफ से था. ये वोट उन उत्तर प्रदेश की उन हजारों माताओं ,बहनों ,नौजवान, भाइयों ,और उन अनाथ बच्चों के हिस्से का था, जिनका इस वोट में अधिकार था. उन पीड़ित परिवारों की तरफ़ से माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को धन्यवाद था.
विधानसभा वाला बयान राजनीतिक नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए था- पूजा पाल
पूजा पाल ने आगे लिखा, चंद दिनों पहले विधान सभा में जो कुछ बोला, उसको राजनीतिक नजरिये से न देखा जाना चाहिए था. राजनीतिक नजरिये से देखना मेरे नजर मे तुछता है. सभी को राजनीतिक से परे जाकर के हित और अहित के नजरिये से देखा जाना चाहिए.
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