मनीष डेथ केस: अखिलेश का हमला, ‘गोरखपुर के पुलिस कप्तान BJP के रिश्तेदार, इसलिए ऐक्शन नहीं’

यूपी तक

• 11:09 AM • 01 Oct 2021

कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई संदिग्ध मौत के मामले ने प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ा दिया है. गुरुवार को पीड़ित परिवार…

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कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई संदिग्ध मौत के मामले ने प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ा दिया है. गुरुवार को पीड़ित परिवार और मनीष की विधवा पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात करने के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक बार फिर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि आज सब जानते हैं कि गोरखपुर के पुलिस कप्तान बीजेपी के रिश्तेदार हैं, इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है.

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पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘वायरल वीडियो में जैसा व्यवहार डीएम और कप्तान ने किया है, उससे साफ है कि वह दबाव बना रहे थे कि एफआईआर दर्ज न हो, पीड़ित को न्याय न मिले. सरकार जब अधिकारियों से गलत काम करावाएगी, जब प्रशासन लगकर चुनाव जिताएगा और जब अधिकारियों की गलती होगी, तो कौन छिपाएगा? सरकार छिपाएगी. उनकी गलती इसलिए छिपाई जा रही है, इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही, क्योंकि उनसे चुनाव जीतने के लिए मदद ली गई थी.’

‘गोरखपुर के पुलिस कप्तान बीजेपी के रिश्तेदार’

अखिलेश यहीं नहीं रुके. उन्होंने गोरखपुर के पुलिस कप्तान से बीजेपी को जोड़ते हुए तंज कसा. अखिलेश यादव ने कहा, ‘क्या वहां (गोरखपुर) के पुलिस कप्तान भारतीय जनता पार्टी के रिश्तेदार नहीं हैं? पूरा उत्तर प्रदेश जानता है आज. पुलिस कप्तान पर इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही, क्योंकि वह बीजेपी के रिश्तेदार हैं.’

उन्होंने कहा कि ‘प्रशासन से जब बीजेपी चुनाव जिताने का काम लेगी, तो कैसे उम्मीद करेंगे कि न्याय मिलेगा? अब तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है, जैसी चोटें आई हैं, जैसे पीटा गया है. होटल में सब साफ करा दिया गया है. सीसीटीवी का पता नहीं. क्या होटल के लोग नहीं मिल गए प्रशासन से? अब खुलासा हो रहा है कि पुलिस इंस्पेक्टर ने पहले भी ऐसी घटना की है, और अब फरार हैं. सरकार ने जानबूझकर फरार करवाया है.’

शुक्रवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने गोरखपुर की घटना का जिक्र कर योगी सरकार को प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर खूब घेरा. अखिलेश ने सवाल किया, ‘क्या हो रहा है गोरखपुर में, जहांसीएम का गृहजनपद है. जहां सीएम जाते हैं और आते हैं, वहां हत्या हो गई. आप कमरे में हैं, घूमने आए हैं, पुलिस आपके कमरे में घुस जाएगी और इतना मारेगी कि जान ले लेगी.’ अखिलेश ने कहा कि जो आरोपी फरार हैं उनपर योगी सरकार क्यों नहीं बुलडोजर चलवाती है.

अखिलेश ने कहा कि ‘यूपी में जीरो टॉलरेंस एक दिखावा है. उन्होंने कहा कि जिस पुलिस पर भरोसा था, उसी ने पीटकर मार डाला. ये पुलिसवाले फरार हैं या सरकार ने उनको फरार किया, ये सबसे बड़ा सवाल है.’

क्या है मामला?

सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात को गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद कानपुर के कारोबारी मनीष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. मनीष के साथ होटल में रुके उनके दोस्त हरवीर सिंह ने बताया कि वे होटल कृष्‍णा पैलेस के अपने रूम नंबर 512 में सो रहे थे.

हरवीर ने बताया कि देर रात पुलिसवालों ने दरवाजा खुलवाया और आईडी चेक करने लगे, मनीष ने देर रात की जांच पर सवाल उठाए, तो पुलिसवाले सामान तक चेक करने के बाद पीटने लगे. हरवीर का आरोप है कि पुलिसवाले शराब के नशे में भी थे, देर रात में की जा रही चेकिंग को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने पीटा.

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