बिहार के लिए 14 नवंबर की तारीख महत्वपूर्ण है. इसी दिन बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने जा रहे हैं. सत्ताधारी NDA से लेकर विपक्षी महागठबंधन के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. सबकी नजरें अब उन EVM पर हैं, जिनके खुलने पर हजारों उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा. इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने वोटों की गिनती से पहले ही बड़ा दावा कर दिया है.
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पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि 'बिहार में तेजस्वी मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, कोई कन्फ्यूजन नहीं है.'
इससे पहले अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल्स को बताया था गलत
मालूम हो कि अधिकतर एग्जिट पोल्स बिहार में NDA की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं. इससे पहले अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल 'पहले से नियोजित फर्जी एग्जिट पोल' के जरिए भ्रम फैला रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ टेलीविजन चैनल 'कई दिन पहले तैयार किए गए' एग्जिट पोल ग्राफिक्स प्रकाशित करके 'जानबूझकर जनता को गुमराह कर रहे थे.'
अखिलेश यादव ने कहा था कि 'जिसका दाना उसका गाना'. उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव आयोग को ही मतदाताओं की संख्या बताने में कई दिन लग जाते हैं, तो समाचार चैनल कुछ ही घंटों में विस्तृत एग्जिट पोल डेटा कैसे जारी कर सकते हैं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान भी इसी तरह के एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे, क्योंकि 'फर्जी एग्जिट पोल के साथ-साथ बीजेपी के बड़े नेता भी हार गए थे.'
इस बार बिहार में हुई रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग
गौरतलब है कि इस बार बिहार में दो चरणों (6 और 11 नवंबर) में हुए चुनावों में 67.13 प्रतिशत की रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी. कुल 7.45 करोड़ मतदाता 243 विधानसभा सीटों के लिए मैदान में उतरे 2,616 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे.
वोटिंग पहले क्या-क्या तैयारियां हुईं?
शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनावों के मतगणना के लिए राज्य के 38 जिलों में बने 46 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. चुनाव आयोग के अनुसार, सभी 243 सीटों पर मतगणना की पूरी तैयारी कर ली गई है. हर निर्वाचन क्षेत्र में एक रिटर्निंग ऑफिसर, एक काउंटिंग ऑब्जर्वर और प्रत्याशियों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे. पूरे राज्य में 4,372 टेबलें लगाई गई हैं, जहां एक सुपरवाइजर, एक काउंटिंग असिस्टेंट और एक माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात होंगे. साथ ही 18000 से अधिक काउंटिंग एजेंट भी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे.
मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे शुरू होगी. पहले डाक मतों (पोस्टल बैलेट) की गिनती होगी और उसके बाद 8:30 बजे से ईवीएम की गिनती शुरू की जाएगी.शांतिपूर्ण मतगणना के लिए बड़ी संख्या में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों (CAPF) और बिहार पुलिस कर्मियों को पूरे राज्य में तैनात किया गया है. इसके अलावा, अन्य राज्यों से आए 106 कंपनियों के सुरक्षाकर्मी भी लगाये गए हैं.
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