मेरठ मेयर चुनाव: सपा-रालोद ने दिया MLA अतुल प्रधान की पत्नी को टिकट, जानें कौन हैं सीमा प्रधान

उस्मान चौधरी

• 03:13 AM • 13 Apr 2023

Meerut News: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी सियासी दल अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रहे…

UPTAK
follow google news

Meerut News: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी सियासी दल अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रहे हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन ने मेरठ की मेयर उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. सपा-आरएलडी ने सीमा प्रधान को मेरठ से मेयर पद का उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि सीमा प्रधान सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी हैं. अतुल प्रधान ने विधानसभा चुनावों में भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हराया था.

यह भी पढ़ें...

बताया जा रहा है कि अतुल प्रधान मेरठ मेयर की कुर्सी के लिए अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाना चाहते थे. इसी बीच आरक्षण सूची में मेरठ मेयर सीट ओबीसी में आ गई, जिसका फायदा अतुल प्रधान को मिला और उनकी पत्नी को सपा ने टिकट दे दिया.

सपा ने 8 सीटों पर मेयर चुनाव के लिए घोषित किए उम्मीदवार, जानें किसे कहां से मिला टिकट

अतुल प्रधान को माना जाता है अखिलेश का करीबी

बता दें कि अतुल प्रधान को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है. ऐसे में शुरू से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि अगर मेरठ मेयर सीट ओबीसी में आती है तो अतुल प्रधान के पक्ष में फैसला हो सकता है. विधायक अतुल प्रधान ने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में राजनीति में कदम रखा था. इससे पहले वह छात्र राजनीति करते थे. अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद अतुल प्रधान को समाजवादी पार्टी छात्र सभा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. वहीं अखिलेश यादव से बढ़ती करीबी का भी अतुल को बहुत फायदा मिला.

ये भी थे टिकट दौड़ में शामिल

बता दें कि मेरठ से समाजवादी पार्टी के टिकट के लिए मुख्य रूप से दौड़ में 2 लोग लगे थे. मेरठ शहर के विधायक रफीक अंसारी अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे थे तो वहीं अतुल प्रधान अपनी पत्नी सीमा प्रधान के लिए टिकट मांग रहे थे. मगर इस बार बाजी अतुल प्रधान के हाथ लगी है.

OP Rajbhar News: घनघोर बेइज्जती! ओपी राजभर ने खुद घोषित किया और प्रत्याशी पलट गया…

कौन हैं सीमा प्रधान

बता दें कि सीमा प्रधान मेरठ में जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. बीजेपी की सरकार आने के बाद अविश्वास प्रस्ताव लगा गया, जिसके बाद सीमा प्रधान ने इस्तीफा दे दिया था. उस दौरान सीमा प्रधान ने भाजपा सरकार पर साजिश रचने का आरोप लगाया था.

सपा खेल रही गुर्जरों पर दांव

बता दें कि सपा अभी तक मेयर का कोई भी चुनाव मेरठ से नहीं जीत पाई है. इस समय मेरठ की मेयर सुनीता वर्मा हैं जो सपा में हैं. मगर उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. ऐसे में सपा का लक्ष्य है कि वह मेरठ मेयर चुनाव में पहली बार जीत हासिल करें.

    follow whatsapp
    Main news