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UP News: जौनपुर के केराकत का रहने वाला अशोक विश्वकर्मा को भगवान ने 3 बेटियों का पिता बनाया था. मगर शायद उसकी आंखों में बेटियां चुभती थी. उसे बेटे की चाहत थी. इस चाहत ने उसे इतना अंधा बना दिया कि वह अपनी ही मासूम बेटी की जान का दुश्मन बन गया और अपने ही हाथों से अपनी बेटी को मार डाला. अशोक अपनी सबसे छोटी डेढ़ साल की बेटी रुतबी को सुबह के समय घर से लेकर गया और उसे गोमती नदी में फेंक दिया.
घुमाने के बहाने बेटी को घर से ले गया अशोक
बुधवार की सुबह अशोक अपनी डेढ़ साल की बेटी रुतबी को लेकर सुबह साइकिल से घर से निकला. अशोक ने पत्नी से कहा कि वह रुतबी को घुमाने ले जा रहा है. मगर वह 2 किलोमीटर दूर पंप कैनाल के पास आ गया. इस दौरान उसने बेटी को गोमती नदी में फेंक दिया.
मल्लाहों ने बचाने की भी कोशिश की
इस दौरान नदी के उस पार कुछ मल्लाह भी बैठे थे. उन्होंने सब देख लिया. उन्होंने मासूम को बचाने के लिए नदी में छलांग भी लगाई. मगर दूरी और तेज बहाव होने की वजह से वह मासूम तक नहीं पहुंच पाए और बच्ची बह गई.
मासूम की मां का कहना है कि 10 महीने पहले भी अशोक ने इस बच्ची को मारने की कोशिश की थी. मगर उसने उसे बचा लिया था. फिलहाल पुलिस ने कई गोताखोरों को लगाया है, जिससे मासूम का शव मिल सके. बच्ची की मां ने अपने पति अशोक के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.
तीसरी बच्ची पैदा होने के बाद से बदल गया था अशोक
अशोक की पत्नी संजू ने पुलिस को बताया है कि जब से तीसरी बेटी पैदा हुई थी, तभी से अशोक घर में विवाद करता था. वह बेटा चाहता था. मगर बेटी हो गई. इसलिए वह नाराज रहता था. बता दें की अशोक की बड़ी बेटी 18 साल, दूसरी बेटी 13 साल की है.
पुलिस ने की सख्त कार्रवाई
जौनपुर पुलिस ने अशोक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. उसके खिलाफ केस दर्ज करते हुए, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मासूम का शव नदी में खोज रही है.
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