हलो जामा मस्जिद में सर्वे नहीं होना चाहिए, सबको हथियार बांट दो... संभल हिंसा से पहले आई ये कॉल

Sambhal Violence: संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान और उसके बाद हुई हिंसा को लेकर एक नया दावा सामने आया है.

अरविंद ओझा

21 Feb 2025 (अपडेटेड: 21 Feb 2025, 03:36 PM)

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Sambhal Hinsa Updates: संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान और उसके बाद हुई हिंसा को लेकर एक नया दावा सामने आया है. पुलिस ने दावा किया है कि जामा मस्जिद के सर्वे (Jama Masjid Survey) को रोकने के लिए दुबई से एक फोन कॉल आया था, जिसके बाद हिंसा भड़काई गई. पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि दुबई में बैठे मोस्ट वांटेड अपराधी और D गैंग के गुर्गे शारिक साटा ने 23 फरवरी 2024 को संभल में अपने गुर्गों को फोन कर हथियार बांटने और वकील की हत्या करने का आदेश दिया था.

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पूछताछ में सामने आया है कि हिंसा से एक दिन पहले संभल में एक कॉल आया, जिसमें कहा गया— "हेलो, जामा मस्जिद में किसी भी हाल में सर्वे नहीं होना चाहिए.", "जो हथियार हैं, सबके बीच बांट दो.", और "सर्वे के लिए जो वकील आता है, उसको मार दो." इस कॉल के बाद संभल में पहले से मौजूद शारिक साटा के गुर्गों ने भीड़ में हथियार बांटे और हिंसा को अंजाम दिया. 

 

 

पुलिस का दावा- हिंसा के आरोपी गुलाम शाह ने पकड़े जाने पर किया साजिश का खुलासा

संभल पुलिस ने हिंसा में शामिल गुलाम शाह को गिरफ्तार किया है, जिसने पूछताछ में इस पूरी साजिश का खुलासा किया. उसने बताया कि हिंसा से पहले संभल से दुबई फोन कर वहां के हालात की जानकारी दी गई थी. इसके बाद शारिक साटा ने अपने गुर्गों को आदेश दिया कि सर्वे किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए और वकील विष्णु शंकर जैन को मार देना है. गुलाम शाह को ही इस हत्या की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

गौरतलब है कि विष्णु शंकर जैन हिंदू पक्ष के महत्वपूर्ण मामलों की पैरवी करते रहे हैं, जिनमें राम जन्मभूमि, ज्ञानवापी, श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह और अटाला मस्जिद जैसे मामले शामिल हैं. इस साजिश के तहत उनकी हत्या कर माहौल को और भड़काने की कोशिश की गई थी.

पुलिस और भीड़ पर गोली चलाने वाले शारिट साटा के लोग

संभल पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच में यह भी सामने आया है कि हिंसा के दौरान पुलिस और भीड़ पर गोली चलाने वाले भी शारिक साटा के ही लोग थे. उनका मकसद पुलिस को बदनाम करना और हिंसा को और बढ़ाना था. इस दौरान जो भीड़ में शामिल लोग मारे गए, वे उन्हीं की गोली का शिकार हुए.

शारिक साटा संभल का ही रहने वाला है और उस पर 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. वह दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया था. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, वह दाऊद इब्राहिम के गिरोह D कंपनी से जुड़ा हुआ है और हवाला के जरिए संदिग्ध लेनदेन करता रहता है.

 

 

अबतक 80 उपद्रवियों को अरेस्ट कर चुकी है पुलिस

संभल हिंसा के मामले में पुलिस अब तक 80 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है. गुलाम शाह के पास से 9mm की पिस्टल, 32 बोर की दो पिस्टल और तीन विदेशी हथियार बरामद हुए हैं. इसके अलावा, ब्रिटेन, जर्मनी और पाकिस्तान में बने कारतूस भी जब्त किए गए हैं. इससे पहले भी हिंसा स्थल से अमेरिका और पाकिस्तान निर्मित कारतूस मिले थे.

अब पुलिस शारिक साटा पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. खुफिया एजेंसियां उसकी लोकेशन ट्रेस कर रही हैं और उसे भारत लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं और हिंसा के असली मास्टरमाइंड तक पहुंचा जाएगा.

 

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