हर्ष वर्धन जैन खुद राजदूत बन गाजियाबाद के बंगले को किराए पर लेकर चला रहा था दूतावास, अंदर जो-जो मिला, जान हिल जाएंगे

UP News: गाजियाबाद से आया ये मामला जान आप भी करेंगे कि फर्जीवाड़े की हद पार हो गई. यहां एक शख्स कई देशों का राजदूत बन गया और फर्जी दूतावास भी खोल लिया.

Ghaziabad news

अरविंद ओझा

23 Jul 2025 (अपडेटेड: 23 Jul 2025, 01:28 PM)

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UP News: यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने गाजियाबाद के एक आलीशान बंगले में छापा मारा. इस दौरान जो कहानी एसटीएफ के सामने आई, उसे जान वह भी चौंक गए. दरअसल इस आलीशान बंगले में कई देशों का फर्जी दूतावास चल रहा था और यहां हर्ष वर्धन जैन नाम का शख्स बाकायदा राजदूत बनकर काम करता था.

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बंगले में कई लग्जरी गाड़ियां भी खड़ी थी, जिनके नंबर प्लेट पर डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगी थी. बंगले से भारी मात्रा में कैश बरामद भी किया गया है. 

फर्जीवाड़े की हद हुई पार

नोएडा एसटीएफ यूनिट के एक्शन के बाद फर्जी राजदूत हर्षवर्धन जैन को पुलिस ने गाजियाबाद के कविनगर से गिरफ्तार किया है. इसने केबी 35 कविनगर में  किराए पर बंगला ले रखा था. वह यहां फर्जी दूतावास चला रहा था. वह खुद अपने आप को West Arctica, Saborga, Poulvia, Lodonia समेत कई देशों का राजदूत बताता था.

बंगले के बाहर कई डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाड़ियों भी खड़ी हुई हैं. हर्षवर्धन इन्हीं गाड़ियों से चलता था. 

लोगों को बहकाने के लिए इसने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत कई बड़े लोगों के साथ एडिट फोटो भी लगवा रखे थे.

यहां चलता था ये काला धंधा

बताया जा रहा है कि इस बंगले के सहारे आरोपी दलाली, हवाला रैकेट का काम करता था. इसी के साथ वह इंटरनेशनल आर्म्स डीलर के संपर्क में भी था. आरोप है कि वह कंपनियों और प्राइवेट व्यक्तियों को बाहर के देशों में काम दिलाने के नाम पर दलाली करता था.

ये भी सामने आया है कि हर्षवर्धन के पूर्व में चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी ( इंटरनेशनल आर्म्स डीलर) से भी संपर्क था. आपको ये भी बता दें कि साल 2011 में  हर्षवर्धन के पास से अवैध सॅटॅलाइट फोन भी बरामद किया गया था, जिसको लेकर उसपर कविनगर थाने में ही केस दर्ज किया गया था.

बंगले में क्या-क्या मिला?

बंगले से 4 डिप्लोमेटिक नम्बर प्लेट लगी गाड़ियां बरामद की गईं हैं. इसी के साथ माइक्रोनेशन देशों के 12 डिप्लोमेटिक पासपोर्ट भी जब्त किए गए हैं. बंगले से विदेश मंत्रालय की मोहर लगी कूटरचित दस्तावेज, कई देशों और कंपनियों की 34 मोहरें, डिप्लोमेट प्रेस कार्ड, 44,70000 रुपए, कई देशों की मुद्रा भी मिले हैं. आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. 

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