उत्तर प्रदेश के देवरिया सदर रेलवे स्टेशन पर रविवार की रात RPF इंस्पेक्टर आस मोहम्मद पर जानलेवा हमला करने वाले 7 किन्नरों के गैंग को अरेस्ट कर लिया गया है. ये गिरफ्तारी RPF और GRP की संयुक्त टीम के प्रयास से हुई है. बताया जा रहा है कि ये सभी नेपाल भागने की फिराक में थे. गिरफ्तारी के बाद जब मेडिकल के दौरान इन किन्नरों का जेंडर चेक किया गया तो गजब की जानकारी सामने आई है.
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GRP के CO सवी रतन गौतम ने यूपी Tak को फोन पर बताया की यह फर्जी किन्नरों का गैंग यात्रियों से जबरन वसूली करता था मारपीट करता था. पकड़े गए किन्नरों में 5 फर्जी हैं जबकि 2 किन्नरों ने अपना जेंडर चेंज कराया है. यह सभी किन्नरों के वेष में इस अवैध कार्य में लिप्त थे.
देवरिया की ये पूरी घटना जानिए जिसका वीडियो जबरदस्त वायरल
31 अगस्त की रात किन्नरों द्वारा यात्रियों से जबरन पैसे की वसूली की शिकायत पर RPF देवरिया सदर रेलवे स्टेशन प्रभारी निरीक्षक आस मोहम्मद चेकिंग करने पहुंचे. उन्होंने किन्नरों से पूछताछ की और दो को पकड़ थाना लाये. इस दौरान आधा दर्जन से अधिक किन्नरो ने इंस्पेक्टर पर हमला कर दिया. दौड़ा कर डंडे से पिटाई करने लगे. ऑफिस में तोड़ फोड़ शुरू कर दी. किसी तरह इंस्पेक्टर ने अपनी जान बचाई. मौके पर दो किन्नर पकड़ लिए गए जबकि अन्य किन्नर भाग निकले.
RPF ने क्या बताया?
इस मामले में RPF के सहायक सुरक्षा आयुक्त मुकेश कुमार पवार ने बताया कि इसमें RPF और GRP के दोनों टीमों द्वारा मौके से दो किन्नरों को गिरफ्तार कर लिया था. एक चंदा और एक साहिल उनके बयान के मुताबिक पांच को हमने वांटेड किया था. 5 को गिरफ्तार करने के लिए उच्च अधिकारियों के निर्देश पर क्राइम ब्रांच की टीम तैयार की गई. इसमें आरपीएफ और जीआरपी शामिल थी. इस क्रम में मंगलवार को सूचना मिली कि मारपीट में जो शामिल है वे नेपाल भागने की फिराक में हैं.
इस सूचना पर हमने टीम को अलर्ट किया और पांच को मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है. टोटल सात की गिरफ्तारी हो गई है. इसमें तीन देवरिया के,और सभी बिहार के लखीसराय,सिवान,असम व त्रिपुरा के हैं.
इनके नाम आलमगीर उर्फ चंदा, साहिल उर्फ सोनम, रॉबिन उर्फ पूजा, विकास वर्मन उर्फ रसीली, यशवंत उर्फ मुस्कान, चितरंजन उर्फ काजल और विनोद कुमार उर्फ नैना हैं.
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