Neha Singh Rathore news: लोक गायिका और लेखिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर उनकी टिप्पणी सोशल मीडिया पर बवाल का कारण बनी. उनके खिलाफ लखनऊ में राजद्रोह जैसे गंभीर आरोपों के तहत FIR दर्ज हो गई है. इसके साथ ही अयोध्या समेत देश के अन्य हिस्सों में भी उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई हैं. Tak समूह के क्लस्टर हेड और सीनियर एडिटर नीरज गुप्ता ने नेहा सिंह राठौर से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. इस बातचीत में नेहा के विरोधी तेवरों में कोई नरमी नहीं दिखा, वो साफ कहती नजर आईं - 'मैं ढीठ लड़की हूं, डरने वालों में नहीं हूं.'
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क्या है पूरा मामला?
नेहा सिंह राठौर ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने व्यवस्था से तीखे सवाल पूछे. इसके बाद कई लोगों ने उन पर देश की एकता को नुकसान पहुंचाने और पाकिस्तान को फायदा देने जैसे आरोप लगाए. UP Tak से एक्सक्लूसिव बातचीत में नेहा बोलीं, 'मैं अपने विरोधियों को नहीं, जनता को जगाने की कोशिश कर रही हूं. आदमी मरने के बाद कुछ नहीं सोचता, कुछ नहीं बोलता - और जब कोई सोचता और बोलता नहीं है, तो वो जीते जी मरा हुआ होता है.'
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'पूछना चाहती हूं – कब चुप रहना है?'
नेहा ने हालिया ट्रेन दुर्घटना, कुंभ मेले में भगदड़, पुलवामा हमले जैसे उदाहरण देते हुए सवाल किया कि 'हर बार कहा जाता है चुप रहो, शांत रहो. आखिर क्यों? सवाल पूछना गलत कब से हो गया?' उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री से सवाल पूछने का हक है, 'मेरे पास आधार कार्ड है, वोटर ID है - मैं आपको वोट देती हूं. तो मेरा अधिकार है कि मैं सवाल पूछूं कि ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं.'
'हिंदू खतरे में ही क्यों रहता है?'
नेहा ने कहा कि पिछले 10 साल से एक ही पार्टी सत्ता में है और फिर भी 'हिंदू खतरे में' जैसे नैरेटिव बनाए जा रहे हैं. नेहा ने कहा कि, 'रोज़गार, शिक्षा, महंगाई जैसे मुद्दों पर बात ही नहीं होती. क्योंकि चुनावी एजेंडे से ये मुद्दे गायब हैं.'
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'मेरे पास वकील की फीस तक नहीं थी'
FIR दर्ज होने के बाद नेहा ने सोशल मीडिया पर कहा था कि उनके पास वकील की फीस तक देने के पैसे नहीं हैं. इसके बाद देश के जाने-माने वकील कपिल सिब्बल उनका केस लड़ने के लिए आगे आए. एक सवाल के जवाब में नेहा कहती हैं कि, 'यह विक्टिम कार्ड नहीं था. मैंने सच बताया. आज भी मेरे ICICI अकाउंट में सिर्फ ₹519 हैं.'
'सवाल पूछना लोकतंत्र की आत्मा है'
नेहा बार-बार इस बात पर जोर देती हैं कि वो किसी साजिश का हिस्सा नहीं, बल्कि एक जागरूक नागरिक हैं जो लोकतांत्रिक व्यवस्था से जवाब मांगती हैं. नेहा सिंह राठौर का पूरा इंटरव्यू यहां नीचे देखा जा सकता है.
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