Lucknow News:राजधानी लखनऊ स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के फर्श पर अर्धनग्न अवस्था में घिसिटते हुए मरीज का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. घटना सामने आने के बाद सूबे के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने प्रकरण का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही सिविल अस्पताल के डॉक्टर से रिपोर्ट तलब की है.
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उपमुख्यमंत्री ने अपने टि्वटर हैंडल से मामले को ट्वीट करते हुए लिखा,
“डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल, लखनऊ में अत्यंत हृदय विदारक स्थिति में मरीज के वायरल फोटो का संज्ञान लेते हुए मैंने निदेशक, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (सिविल) को उक्त के संबंध में 24 अगस्त, 2022 तक स्पष्टीकरण तथा रिपोर्ट प्रस्तुत किये जाने के आदेश दिए हैं.”
बृजेश पाठक
अस्पताल प्रशासन ने क्या बताया?
सिविल अस्पताल के निदेशक आरपी सिंह ने बताया कि मरीज कुछ भी बोलने में सक्षम नहीं है. वह लावारिस है. उसे कुछ लोगों ने सिविल अस्पताल के गेट पर छोड़ दिया और चले गए. हालांकि मरीज का इलाज किया जा रहा है. साथ ही साथ अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है कि कौन लोग मरीज को यहां पर छोड़ कर गए हैं. साथ ही मरीज के घरवालों का भी पता लगाया जा रहा है.
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि लावारिस मरीजों के साथ डॉक्टरों की हीला-हवाली ठीक नहीं है. लावारिस मरीजों को तत्काल इलाज मुहैया कराया जाए, क्योंकि उनका कोई नहीं होता है. ऐसे में डॉक्टरों को आगे आकर उनकी सेवा करनी चाहिए और उन्हें तत्काल उपचार देना चाहिए. अगर कोई डॉक्टर लावारिस मरीज के इलाज में कोताही बरतता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए जाएंगे.
वायरल हो रहे फोटो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति काले रंग का फुल पैंट पहने हुआ है, लेकिन उसके ऊपरी शरीर के हिस्से पर कपड़ेे नहीं है. साथ में सिर पर कुछ पट्टियां भी बंधी हुुई हैं. व्यक्ति फर्श पर बैठकर खुुद को घसीट रहा है.
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