देश भर में इंडिगो की फ्लाइट कैंसिलेशन से मची अफरा तफरी मची हुई है. इस बीच लखनऊ एयरपोर्ट से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे कानपुर के रहने वाले अनूप पांडेय की अचानक तबीयत बिगड़ गई. इस दौरान उन्हें आनन-फानन में पास के लोक बंधु अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अनूप पांडेय के भाई ने बताया कि वह फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से लगातार घबराए हुए थे. क्योंकि उनके बच्चे और पत्नी 5 दिनों से अकेले बैंगलोर में थे. वहीं उनकी ऑफिस की छुट्टी भी खत्म हो चुकी थी. इस वजह से वह लगातार टेंशन में चल रहे थे. फिलहाल पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है.
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तेरहवीं में शामिल होने कानपुर आए थे अनूप पांडेय
कानपुर के रहने वाले अनूप पांडेय अपने रिश्तेदार की तेरहवीं में शामिल होने के लिए कानपुर आए थे. तेरहवीं का कार्यक्रम होने के बाद वह घर से बैंगलोर के लिए लखनऊ एयरपोर्ट निकल चुके थे. शुक्रवार शाम को अनूप पांडे की दिल्ली से बेंगलुरु की कनेक्टिंग फ्लाइट थी. लखनऊ से दिल्ली जाने के लिए फ्लाइट लेने के लिए पहुंचे अनूप पांडे कि अचानक लखनऊ एयरपोर्ट पर तबीयत बिगड़ गई तो पास के लोक बंधु अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
फ्लाइट कैंसिलेशन से टेंशन में थे अनूप
अनूप पांडे एक निजी बेवरेजेस कंपनी में फाइनेंस एग्जीक्यूटिव थे. पत्नी और दो बच्चों के साथ वह बेंगलुरु में रहते थे. उनका परिवार बेंगलोर में ही था. अनूप पांडेय अपने किसी रिश्तेदार की तेरहवीं में शामिल होने के लिए कानपुर आए हुए थे. लेकिन वापस जाने से पहले ही एयरपोर्ट पर उनकी मौत हो गई. मृतक अनूप के भाई अनिल पांडेय का कहना है कि 'फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से वह लगातार घबराए थे कि कैसे वापस जाएंगे... बेंगलुरु में पत्नी और बच्चे अकेले हैं... छुट्टी भी खत्म हो चुकी है.' परिवार का आरोप है कि अगर एयरपोर्ट पर ही समय से इलाज मिल जाता तो शायद अनूप पांडे की जान बच सकती थी. फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है.
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