Lucknow New Circle Rate: अगर आप लखनऊ में घर खरीदने का सपना देख रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. 10 साल के लंबे इंतजार के बाद लखनऊ में एक अगस्त से नया डीएम सर्किल रेट लागू हो गया है जिससे अब आपको जमीन, मकान या दुकान खरीदने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी. इस बड़े बदलाव के बाद अब आपकी प्रॉपर्टी की कीमत सिर्फ लोकेशन पर ही नहीं, बल्कि सड़क, प्लॉट के उपयोग और आस-पास की गतिविधियों पर भी निर्भर करेगी.
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बिल्डरों की मनमानी पर लगेगी लगाम?
सर्किल रेट में इस संशोधन का उद्देश्य रजिस्ट्री की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और बिल्डरों की मनमानी कीमतों पर लगाम लगाना है. डीएम विशाख जी ने बताया कि पिछली बार 2015 में दरों में बदलाव हुआ था, जिसके बाद शहर की भौगोलिक और आर्थिक स्थिति में बहुत बड़ा बदलाव आया है. उन्होंने यह भी बताया कि एक जुलाई को प्रस्तावित दरों पर 49 आपत्तियां मिली थीं, जिनमें से ज्यादातर में रेट बढ़ाने की ही मांग की गई थी.
कहां हुए रेट सबसे ज्यादा महंगे, कहां मिली थोड़ी राहत?
नए सर्किल रेट के बाद लखनऊ के कई इलाकों की कीमतें आसमान छू गई हैं, खासकर पॉश और हाई-डिमांड वाले क्षेत्रों की.
सबसे महंगे इलाके: गोमतीनगर, अंसल, शहीद पथ और शालीमार वन वर्ल्ड जैसे पॉश इलाकों में सर्किल रेट को दो से तीन गुना तक बढ़ाया गया है. गोमतीनगर में सर्किल रेट 77,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक पहुंच गया है, जो शहर का सबसे महंगा इलाका है. इसके बाद महानगर में 41,000 से 65,000 रुपये और इंदिरानगर में 35,000 से 62,000 रुपये तक की दरें तय की गई हैं.
आउटर और नए इलाकों में उछाल: आउटर रिंग रोड, किसान पथ और विभिन्न एक्सप्रेसवे के आसपास भी रेट में 20 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. सरकार इन इलाकों में इंडस्ट्री और निवेश को बढ़ावा देना चाहती है, जिसके तहत डिफेंस कॉरिडोर क्षेत्र (भटगांव) के लिए सर्किल रेट 17,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर तय किया गया है.
सबसे किफायती इलाके: जिन कॉलोनियों में अभी भी कम कीमत है, उनमें अनंतनगर (15,000-18,000 रुपये) और संतुष्टि एन्क्लेव (7,000-10,000 रुपये) शामिल हैं.
बता दें कि लखनऊ को अब तक 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं और यह नया सर्किल रेट शहर के विकास की राह में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
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