ट्रैफिक पुलिस दारोगा ने बना ली फर्जी STF, घरों में छापे मारते, कानपुर का गजब मामला

Kanpur News: कानपुर में ट्रैफिक पुलिस के दरोगा ने फर्जी एसटीएफ बनाकर छापे मारे और लाखों की वसूली की.पुलिस ने गैंग के 5 सदस्य पकड़े, जबकि मुख्य आरोपी अजीत यादव फरार है.

रंजय सिंह

• 06:59 PM • 18 May 2025

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Kanpur News: यूपी एसटीएफ का नाम पूरे देश में गूंजता है. उत्तर प्रदेश में एसटीएफ ने कई बड़े अपराधियों को अपना निशाना बना कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और कई अपराधियों को इनकाउंटर करके एनकाउंटर करके ढेर कर दिया है. लेकिन उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की एक टीम ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) का फर्जी गठन कर घरों में छापे मारकर वसूली कर रहा था. गैंग का नेतृत्व ट्रैफिक पुलिस के एक दरोगा ने किया था, जो फर्जी एसडीएम टीम बनाकर लोगों को परेशान कर रहा था. इस गैंग ने कई महीनों तक कानपुर के विभिन्न इलाकों में घुसकर लाखों की वसूली की. पुलिस ने इस गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन गैंग का मुख्य आरोपी, ट्रैफिक पुलिस का दारोगा, अब भी फरार है.

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घरों में आते और अनैतिक कार्य होने का आरोप लगाते

कानपुर के रावतपुर इलाके में रहने वाले एक व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके घर में सात-आठ लोग एसटीएफ के नाम पर आए थे. उन्होंने व्यापारी के परिवार पर अनैतिक कार्य करने का आरोप लगाया और फिर मारपीट की. इसके बाद, आरोपियों ने व्यापारी से ऑनलाइन डेढ़ लाख रुपये की वसूली की. व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की और कुछ ही देर बाद चौराहे पर दो कारों में सवार पांच आरोपियों को पकड़ लिया. इन आरोपियों ने व्यापारी के घर में घुसकर एसटीएफ के नाम पर वसूली की थी.

पुलिस की गिरफ्त में पांच आरोपी

पुलिस ने इस गैंग के पांच सदस्य, जिनमें पुलिस की पीआरबी शाखा की महिला दारोगा वर्षा चौहान, होमगार्ड सिपाही अरविंद शुक्ला, विनय यादव, राजीव दीक्षित और अनुज कुमार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, इस गैंग का मुख्य लीडर, ट्रैफिक पुलिस का दरोगा अजीत यादव मौके से फरार हो गया. पुलिस ने इन आरोपियों से कई महत्वपूर्ण सबूत भी बरामद किए हैं, जिनमें मोबाइल फोन और लैपटॉप शामिल हैं.

कानपुर साउथ में भी घरों में मारे छापे

पुलिस जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इस गैंग ने केवल रावतपुर इलाके में ही नहीं, बल्कि कानपुर के साउथ इलाके में भी एक घर में एसटीएफ के नाम पर छापा मारा था. वहां से भी दो लाख रुपये की वसूली की गई थी. इस तरह, इस गैंग ने अब तक कई मामलों को अंजाम दिया और हजारों रुपये की अवैध वसूली की.

पुलिस की टीम ने किया खुलासा

डीसीपी दिनेश त्रिपाठी और एसीपी अभिषेक पांडे की टीम ने इस गैंग के बारे में जांच शुरू की और जल्द ही आरोपियों का पर्दाफाश कर दिया. पुलिस अब इस मामले की गहरी जांच कर रही है और फरार दारोगा अजीत यादव की तलाश जारी है.


 

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