अक्सर आपने दहेज लेकर शादी होते हुए सुनी होगी. ऐसा तब भी जबकि दहेज लेना और देना, दोनों ही भारतीय कानून में जुर्म समझा जाता है. पर कानपुर के रमन का मामला तो बिल्कुल ही अलग निकला है. इस युवक की शादी के लिए एक तो इनके पिता को अगुआ यानी मिडिएटर को खूब पैसे देने पड़े. ऊपर से ऐसी बहू आई जिसने तीन दिनों के भीतर ही परिवार को ऐसी चपत लगाई कि जमाना अब इसकी कहानी सुना रहा है.
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कहानी कानपुर के एक कारोबारी महेश गु्प्ता और उनके बेटे रमन की है. इनकी बहू शादी के 3 दिन के बाद ही परिवार वालों को नशीला खाना खिला गहने और कैश लेकर फरार हो चुकी है. आपको बता जदें कि महेश गुप्ता ने अपने बेटे रमन की शादी 27 अगस्त को आजमगढ़ के जोकाहार गांव के रहने वाली लड़की से की थी. 28 अगस्त को वे लोग बहू को विदा करा कानपुर के बिल्हौर में अपनेघर आ गए.
बेटे की शादी के लिए महेश गुप्ता ने दी एक लाख 10 हजार रुपये की रकम
महेश गुप्ता का आरोप है कि काफी लंबे समय से उनके बेटे की शादी नहीं हो रही थी. उन्होंने इसके लिए कई लोगों से कह रखा था. तीन लोगों ने उनके बेटी की शादी आजमगढ़ में कराने की बात कही और 110000 रुपये की डिमांड रखी. महेश गुप्ता ने उन लोगों को पैसे भी दे दिए और फिर राजी खुशी बहू को विदा कराकर कानपुर आ गए.
दो दिन सब ठीक रहा, लेकिन 31 अगस्त की सुबह जब घर के लोग सोकर उठे तो उनका सिर चकरा रहा था. घर की बहू गायब थी. अलमारी खुली थी. तिजोरी में रखे लगभग तीन लाख रुपये और जेवर सब गायब था. बहू अपने कपड़े के साथ-साथ घर में रखे पैसे और जेवर लेकर गायब हो गई थी. आसपास ढूंढा गया. कुछ पता नहीं चला. फिर समझते देर नहीं लगी कि दुल्हन ने खाने में कुछ खिलाकर घरवालों को गहरी में नींद में सुला दिया और फिर कांड कर गई.
महेश गुप्ता का कहना है बहू ने ये काम अकेले नहीं किया गया. उनका आरोप है कि इसके साथ दूसरे लोग भी शामिल होंगे. महेश गुप्ता ने इसकी शिकायत बिल्हौर कोतवाली में की है. एसीपी अमरनाथ यादव का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जिन लोगों ने शादी कराई थी उनके बारे में पता करके उनको बुलाया जा रहा है. एक टीम आजमगढ़ भी भेजी जा रही है.
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