कानपुर में 8वीं के छात्र प्रखर त्रिवेदी की मौत का मामला अब पूरी तरह गरमा गया है. इस घटना के बाद पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर भारी हंगामा देखने को मिला. छात्र की मामी और भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी ने पोस्टमॉर्टम हाउस में एक सिपाही को सरेआम जमकर हड़काया. वहीं मृतक की मां ने अपने ही पति और सास के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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'दिमाग न खराब करो, मिनट में सही कर दूंगी'
पोस्टमॉर्टम हाउस में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छात्र की मामी अनीता त्रिपाठी पुलिस की कार्यप्रणाली पर भड़क गईं. आरोप है कि पुलिस कर्मी पंचनामे पर छात्र के पिता के हस्ताक्षर कराने की कोशिश कर रहा था, जिसका मामी ने कड़ा विरोध किया. उन्होंने सिपाही से कहा, "दिमाग ना खराब हो तुम्हारा, मिनट में सही कर दूंगी. तुम उनके पक्षकार बने हुए हो और उनके साथ चाय-बिस्कुट खा रहे थे, जबकि मेरा बच्चा मर गया."
मामी का आरोप था कि पुलिस ने उन्हें धोखे से खाने के लिए बाहर भेजा और पीछे से पिता से दस्तखत करा लिए. जबकि रात भर पिता या दादा शव के पास नहीं आए थे. भारी हंगामे के बाद पुलिस को झुकना पड़ा और छात्र के नाना व मामी के भी हस्ताक्षर कराए गए.
मां ने पिता और दादी को बताया 'कातिल'
दूसरी ओर छात्र की मां ओसकी त्रिवेदी ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर अपने पति सुधांशु त्रिवेदी और बच्चे की दादी को मौत का जिम्मेदार ठहराया है. गौरतलब है कि पति-पत्नी के बीच तलाक का मुकदमा चल रहा है और मां अपनी बेटी के साथ मायके में रहती थी। मां का आरोप है कि प्रखर के साथ घर में जो हुआ, उसके लिए पिता और दादी ही कसूरवार हैं.
आरोप है कि एनआरआई सिटी की नौवीं मंजिल से कूदकर 14 वर्षीय प्रखर ने जान दे दी थी. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, होमवर्क पूरा न होने पर टीचर ने दादी से शिकायत की थी, जिसके बाद टीचर और दादी की डांट से नाराज होकर छात्र ने यह खौफनाक कदम उठाया.
जांच के घेरे में हर पहलू
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार के अनुसार पहले इसे केवल डांट से जुड़ा सुसाइड माना जा रहा था लेकिन अब मां की औपचारिक शिकायत के बाद मामले की जांच एसीपी को सौंप दी गई है. पुलिस अब हर उस बिंदु की जांच कर रही है जो इस सुसाइड के पीछे की वजह हो सकते हैं.
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