UP News: गोरखपुर का अर्जुन लुधियाना में मजदूरी करता था. उसकी शादी दो साल पहले 26 साल की खुशबू से हुई थी. अभी उनका कोई बच्चा नहीं हुआ था. अर्जुन 17 नवंबर को लुधियाना से वापस अपने गांव बेइलीकुंड लौटा था. घर आने के बाद उसने देखा कि खुशबू के पास एक मोबाइल फोन है. अर्जुन को इस बात की हैरानी हुई क्योंकि खुशबू ने उसे इस मोबाइल के बारे में कभी कुछ बताया नहीं था. अर्जुन के मन में शक बैठ गया. उसे लगा कि खुशबू यह मोबाइल उससे छिपाकर रखती है और किसी दूसरे युवक से बात करती है. यहीं से कहानी में मोड़ आया. फिर वो दर्दनाक घटना घटी जिसे सुन पूरा गोरखपुर जिला सन्न है.
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21 दिसंबर को हुआ कांड पर, पर अर्जुन जरा भी नहीं डरा!
तारीख थी 21 दिसंबर. रात के करीब 11 बज रहे थे. घर में अर्जुन और उसकी पत्नी खुशबू अकेले थे. मोबाइल को लेकर दोनों के बीच बहस हुई. अर्जुन का आरोप था कि खुशबू अपने बॉयफ्रेंड से बात करती है. खुशबू अर्जुन के इन आरोपों को नकारती रही. अर्जुन नहीं माना. झगड़ा इतना बढ़ा कि गुस्से में बेसुध होकर अर्जुन ने खुशबू का गला दबा दिया.
दम घुटने से खुशबू की मौत हो गई. जब अर्जुन को अहसास हुआ कि उसने अपनी पत्नी को मार डाला है तो वह डरा नहीं बल्कि लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाने लगा. उसने घर के ठीक पीछे खाली पड़ी जमीन में छह फीट गहरा गड्ढा खोदा. खुशबू की डेडबॉडी को उसमें डालकर मिट्टी से ढक दिया.
'खुशबू बिना बताए कहीं चली गई'
अगली सुबह जब घर वालों ने खुशबू के बारे में पूछा तो अर्जुन ने बड़े आराम से झूठ बोल दिया. उसने कहा कि खुशबू बिना बताए कहीं चली गई है. अगले चार-पांच दिनों तक खुशबू के मायके और ससुराल वाले उसे हर जगह ढूंढते रहे. खुसबू के बारे में कुछ पता नहीं चला. अर्जुन इस दौरान नॉर्मल रहा. वो ऐसे बिहेव करता रहा जैसे कुछ हुआ ही नहीं है. शायद वो ऐसा सब इसलिए कर रहा था ताकि किसी को शक न हो.
अर्जुन के पिता ने पुलिस से कहा- बेटे ने बहू को मारकर लाश फेंक दी है
जैसे-जैसे दिन बीतते गए अर्जुन के पिता श्याम नारायण को अपने ही बेटे की बातों पर शक होने लगा. उन्हें लगा दाल में कुछ काला है. गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे हिम्मत जुटाकर श्याम नारायण बेलघाट थाने पहुंचे. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी बहू पिछले पांच दिनों से गायब है. उन्हें पूरा यकीन है कि उनके बेटे अर्जुन ने ही उसकी हत्या कर लाश को कहीं फेंक दिया है. पिता की बात सुनकर पुलिस तुरंत एक्शन में आई और गांव पहुंचकर अर्जुन को हिरासत में ले लिया.
अर्जुन शुरू में पुलिस को करने लगा था गुमराह
शुरुआत में अर्जुन ने पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की. उसने एक कहानी गढ़ी कि खुशबू ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था. डर की वजह से उसने उसका शव पास की नदी में बहा दिया. पुलिस उसे लेकर गांव के बाहर नदी किनारे पहुंची. करीब दो घंटे तक अर्जुन पुलिस को इधर-उधर घुमाता रहा. जगह बदलता रहा. लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई और कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बता दिया कि लाश नदी में नहीं बल्कि घर के पीछे ही दफन है.
जब हो रही थी खुदाई तब कैसा था अर्जुन का रिएक्शन?
खुदाई के बाद नजारा देख पुलिस के उड़ गए थे होश!
अर्जुन की निशानदेही पर पुलिस वापस घर पहुंची. गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे जब घर के पीछे खुदाई शुरू हुई. नजारा देख पुलिस के भी होश उड़ गए. मिट्टी के नीचे से खुशबू की लाश बरामद हुई. पुलिस ने शव को बाहर निकाला. पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करा दिया है. बहन की मौत की खबर मिलते ही खुशबू का छोटा भाई और मायके के बाकि लोग थाने पहुंच गए. खुशबू के भाई की तहरीर पर पुलिस ने अर्जुन के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है.
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