Noida News: नोएडा के ट्विन टावर ध्वस्त हो चुके हैं. आसपास की सोसायटी पूरी तरह सुरक्षित हैं. सीबीआरआई और एडिफिस के मुआयने के बाद सब कुछ सेफ बताया गया और रविवार देर रात एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसायटी के निवासियों को उनके घरों में जाने की इजाजत मिल गई. इन सबके बावजूद निवासियों के अंदर ध्वस्तीकरण के बाद उड़ने वाले धूल से होने वाली परेशानियां को लेकर डर बना हुआ था. मगर इसका समाधान भी ‘इंद्रदेव’ ने कर दिया. दरअसल, सोमवार देर शाम हुई बारिश के बाद माना जा रहा है कि ध्वस्त हो चुके ट्विन टावर के आसपास के लोगों को सांस लेने के लिए साफ हवा मिल सकती है.
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गौरतलब है कि सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद रविवार दोपहर 2:30 बजे ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया गया था. नोएडा प्राधिकरण और अन्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने ध्वस्तीकरण के बाद निकलने वाली धूल को लेकर पूरी तैयारी की थी. उम्मीद जताई जा रही थी कि ध्वस्तीकरण के बाद निकलने वाली धूल से आसपास के इलाकों में एयर पॉल्युशन बढ़ सकता है.
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) में थोड़ी बढ़ोतरी देखी गई. मगर शाम होते-होते ‘इंद्रदेव’ की कृपा भी नोएडा वासियों पर बरस गई. सोमवार शाम को जबरदस्त हुई बारिश ने लोगों को भारी राहत दी. माना जा रहा है कि सोमवार शाम हुई बारिश के बाद ध्वस्त हो चुके ट्विन टावर के आसपास एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) जल्द अच्छा हो सकता है.
मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को ट्विन टावर के आस-पास ध्वस्तीकरण से पहले सुबह एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) लगभग 102 के आसपास था, जो ध्वस्तीकरण के बाद शाम को 112 के आसपास पहुंच गया. ध्वस्तीकरण के बाद धूल का बड़ा गुबार उड़ा था, जिसके बाद माना जा रहा था कि कुछ दिनों के लिए आसपास के इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खराब हो सकता है, लोगों को कुछ दिनों के लिए खराब सांस लेनी पड़ सकता है.
हालांकि प्राधिकरण की ओर से धूल को जमीन पर बैठाने के लिए कई इंतजाम किए गए थे. फायर विभाग की गाड़ियां ध्वस्तीकरण के बाद ही मौके पर लगा दी गई थीं, लेकिन उसके बावजूद सोमवार को ट्विन टावर के आसपास एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) में बढ़ोतरी देखी गई थी. सोमवार को AQI 137 तक पहुंच गया था. अब देर शाम हुई तेज बारिश के बाद हवा शुद्ध हो सकती है, जो ट्विन टावर के आसपास के लोगों के साथ-साथ प्राधिकरण, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और फायर विभाग के लिए भी राहत की बात है.
बात प्रशासन की प्रदूषण से निपटने की लेकर तैयारी की करें, तो ध्वस्तीकरण के बाद ही फायर विभाग के कई दर्जन वाहनों से साइट पर पानी का छिड़काव किया गया था. आसपास के पेड़ों पर सफेद धूल की चादर चढ़ गई थी, जिसे नोएडा प्राधिकरण, फायर विभाग की टीम ने पानी से धोकर साफ किया. आसपास के इलाकों में पानी डाला गया, ताकि धूल बैठ जाए. इसके अलावा 15 जगहों पर एंटी स्मॉग गन लगाए गए थे, ताकि धूल से कुछ राहत मिल सके. हालांकि अब ‘इंद्रदेव’ ने ट्विन टावर के आसपास के लोगों के साथ-साथ प्रशासन को भी बारिश से बड़ी राहत दी है.
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