आगरा में पकड़ा गया दुर्गेश जिसने 'रोबोट गर्लफ्रेंड' के जरिए की लाखों की ठगी, पूरा मामला आपका दिमाग हिला देगा

उत्तर प्रदेश के आगरा में साइबर क्राइम पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को पकड़ा है जो 'रोबोट गर्लफ्रेंड' और फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों की ठगी करता था.

Agra News

अरविंद शर्मा

• 04:00 PM • 21 May 2025

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उत्तर प्रदेश के आगरा में साइबर क्राइम पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को पकड़ा है जो 'रोबोट गर्लफ्रेंड' और फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों की ठगी करता था. आरोपी का नाम  दुर्गेश है जो ग्वालियर का रहने वाला है. दुर्गेश सोशल मीडिया पर लोगों से लड़की की आवाज में बात करके दोस्ती करता था फिर उन्हें अपनी जाल में फंसा लेता था. साइबर क्राइम पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 1.42 लाख रुपये नगद और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं. 

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आगरा के साइबर क्राइम थाने में एक शिकायत ने पुलिस को चौंका दिया जब एक व्यक्ति ने बताया कि उसे शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगा गया है. जांच शुरू होते ही पुलिस ने ग्वालियर, मध्य प्रदेश के रहने वाले दुर्गेश सिंह तोमर को इस ठगी में पकड़ा है. पुलिस के अनुसार, दुर्गेश पहले सोशल मीडिया पर अपनी फर्जी प्रोफाइल के जरिए लोगों से संपर्क करता और फिर उन्हें टेलीग्राम पर जोड़ता.  इसके बाद वह एक विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए शेयर मार्केट में निवेश की फर्जी सलाहें देता, जिसमें तुरंत और भारी मुनाफे का लालच दिया जाता. कई लोग इस झांसे में आकर हजारों से लेकर लाखों रुपये तक निवेश कर देते.

लेकिन एक बार पैसे ट्रांसफर होने के बाद न तो मुनाफा मिलता और न ही दुर्गेश से कोई संपर्क हो पाता. उसने इस तरह से करीब 15 से 20 लोगों को अपना शिकार बनाया और अनुमानित 25 लाख रुपये की ठगी की.

 

 

इसके साथ ही आरोपी दुर्गेश सॉफ्टवेयर की मदद से लड़की की आवाज में बात भी करता और लोगों को भावनात्मक रूप से अपने जाल में फंसा लेता था. कुछ मामलों में उसने हनीट्रैप का सहारा लेकर लोगों को ब्लैकमेल भी किया. एडिशनल डीसीपी आदित्य ने बताया कि दुर्गेश इतना शातिर था कि वह खुद को कानून से ऊपर समझने लगा था. वह शेयर मार्केट की घटत-बढ़त की जानकारी के लिए ऑटोमेटेड सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता और शुरुआती निवेश खुद करता ताकि लोगों का भरोसा जीता जा सके. इसके बाद वह बड़े स्तर पर ठगी को अंजाम देता.

पुलिस जांच में सामने आया कि दुर्गेश के खिलाफ देशभर के अलग-अलग राज्यों में 9 शिकायतें दर्ज हैं. आगरा साइबर क्राइम सेल ने एडवांस डिजिटल फुटप्रिंट एनालिसिस और टेक्निकल सर्विलांस के जरिए उसकी लोकेशन ट्रैक की. कई दिनों की मेहनत के बाद पुलिस ने उसे ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से 1.42 लाख रुपये नगद, दो मोबाइल फोन और ठगी में इस्तेमाल होने वाले कुछ डिजिटल उपकरण बरामद किए गए.

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